भोपाल। मध्य प्रदेश के लघु वनोपज घोटाले के दो अलग-अलग मामलों में सरकार ने दो आईएफएस अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। 60-70 लाख रुपए की गड़बड़ी का आरोप है
उमरिया के वन संरक्षक व जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन के प्रबंध संचालक आरएस सिकरवार और उत्तर शहडोल के तत्कालीन वन मंडलाधिकारी व जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियर प्रबंध संचालक देवांशु शेखर को निलंबित किया गया है। उमरिया वनोपज यूनियन में कुछ समय पहले वित्तीय अनियमितता हुई थी। यहां के कैशियर का निधन कुछ समय पहले हो चुका है।
जब घोटाले के बारे में पूछताछ हुई तो बताया गया कि कैशियर ने 60-70 लाख रुपए की गड़बड़ी की थी। घोटाला उसके सिर मढ़ दिया गया। जांच में पता चला कि कैशियर की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। शहडोल वाले मामले में यूनियन के अधिकारी ने पहले से बनी एक सड़क को ही दोबारा बनाना बताया और पैसों की हेराफेरी कर दी।