क्या आप जानते हैं भारत में एक ऐसा गांव है जिसे देखने के लिए दुनिया भर के लोग आते हैं। इस गांव के आधे से ज्यादा लोग लंदन में रहते हैं। लंदन में इस गांव के लोगों ने एक क्लब बनाया है जिसका ऑफिस भी है। मात्र 2000 नागरिकों की आबादी वाले इस गांव में पोस्ट ऑफिस मिलाकर कुल 17 बैंक हैं और इन बैंकों में 1800 करोड रुपए जमा है। मधापर गांव (Madhapar Village)।
मधापर गांव (Madhapar Village) की कहानी
सारी दुनिया में लोग गांव से शहरों की तरफ गए। भारत के गुजरात राज्य में स्थित मधापर गांव (Madhapar Village) के लोगों ने छलांग लगाई और लंदन, कनाडा, अमेरिका और केन्या में जाकर बस गए। लेकिन खास बात यह है कि किसी ने भी अपने गांव को नहीं छोड़ा। भारत में ज्यादातर लोग गांव से पैसा कमा कर शहर में खर्च करते हैं परंतु मधापर गांव के लोग विदेश से पैसा कमा कर गांव में जमा करते हैं। इस गांव के प्रत्येक घर में से कम से कम 2 लोग विदेश में रहते हैं। आप जानकर चौक जायेंगे कि 1968 में ही लंदन में माधापर विलेज एसोसिएशन नामक संगठन बना और उसका कार्यालय खोला गया ताकि ब्रिटेन में रहने वाले सभी माधापर गांव के लोग एक दूसरे से किसी न किसी सामाजिक कार्यक्रम के बहाने मिलते रहें। इसी प्रकार गांव में भी एक ऑफिस खोला गया ताकि वह लंदन से डायरेक्ट कनेक्ट रह सके। अब तो ग्रुप वीडियो कांफ्रेंस के जरिए वीकेंड भी मनाया जाता है।
मधापर गांव (Madhapar Village) में उपलब्ध सुविधाएं
✔ गुजरात राज्य के कच्छ जिले में स्थित इस गांव में प्ले स्कूल से लेकर इंटर कॉलेज तक हिंदी और इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई के लिए पर्याप्त विकल्प मौजूद है।
✔ गांव का अपना शॉपिंग मॉल है, जहां दुनिया भर के बड़े ब्रांड डिस्प्ले करते हैं।
✔ गांव में तालाब है लेकिन बच्चों को नहाने के लिए शानदार स्विमिंग पूल भी है।
✔ इस गांव के लोग अभी भी खेती-बाड़ी करते हैं और किसी भी किसान ने अपना खेत नहीं बेचा।
✔ गांव में अत्याधुनिक गौशाला भी है। ऐसी गाय जिन्हें लोग लावारिस छोड़ देते हैं इस गौशाला में उनकी देखभाल की जाती है।
✔ गांव में स्वास्थ्य केंद्र नहीं है लेकिन अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हेल्थ सेंटर है।
✔ गांव में लगभग सभी आराध्य देवी-देवताओं के मंदिर है।
✔ गांव का अपना कम्युनिटी हॉल है।
✔ जब आप इस गांव की तरफ आगे बढ़ेंगे तो आपको साउथ इंडिया की कुछ फिल्म के सीन याद आ जाएंगे। क्योंकि इस गांव का एक भव्य दरवाजा भी है, जो कई शहरों में नहीं है।
✔ गांव के पोस्ट ऑफिस में 200 करोड़ रुपए की फिक्स डिपाजिट है।
✔ गांव के प्रत्येक बैंक में कम से कम 100 करोड रुपए फिक्स्ड डिपॉजिट हैं।