भोपाल। पिछले शिक्षा सत्र की तुलना में वर्तमान शिक्षा सत्र में मध्य प्रदेश के 21 जिलों में 16215 शिक्षकों का रिकॉर्ड लोक शिक्षण संचालनालय के पास नहीं है। जिला शिक्षा अधिकारियों ने जो जानकारी भेजी है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में 16215 शिक्षक कम हो गए जबकि ना तो इन्हें सेवा से बर्खास्त किया गया और ना ही इन लोगों ने इस्तीफा दिया है।
पिछले शिक्षा सत्र में मध्य प्रदेश के स्कूलों में 320,440 शिक्षक उपस्थित थे जिनका वेतन वितरण किया जा रहा था। 2019-20 में स्कूलों से शिक्षकों की मांगी गई रिपोर्ट में सिर्फ 304225 शिक्षक ही कर्तव्य पर उपस्थित बताए गए। दोनों वर्षो की कुल संख्या में 16215 का अंतर है। लोक शिक्षण संचालनालय ने अब सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों की जानकारी मांगी है।
21 जिलों के आंकड़ों में अंतर
प्रदेश भर में 21 जिलों के आंकड़ों में अंतर है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति सिंगरौली जिले की है। सिंगरौली से 1090, शिवपुरी से 997, सागर से 873, देवास से 782, बड़वानी से 745, कटनी से 678, विदिशा से 738, खंडवा से 685, सीधी से 670, टीकमगढ़ से 573,उज्जैन से 548, छतरपुर से 546, झाबुआ से 502,भोपाल से 06 इंदौर से 120, निवाड़ी से 24, जबलपुर से 30, नरसिंहपुर से 49, ग्वालियर से 76, धार से 119 और छिंदवाड़ा से 247 शिक्षक कम हैं।