भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रालय के पास भीम नगर बस्ती में झुग्गी झोपड़ी नंबर 92 में रहने वाली एक महिला निर्मला बाई ने मात्र ₹212 की बिजली जलाई थी लेकिन कंपनी ने 13731 रुपए का बिल भेज दिया। महिला मंत्रालय के पास रहती थी इसलिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर पहुंच गई और मामले का खुलासा हो गया, लेकिन यह सुविधा मध्य प्रदेश के सभी नागरिकों के पास नहीं है।
मंत्री खुद झुग्गी झोपड़ी में पहुंचे
महिला ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को अपना बिजली बिल दिखाते हुए कहा देखिए, मंत्री जी, मेरे घर में सिर्फ एक बल्ब जलता है, टीवी, फ्रिज और कूलर कुछ भी नहीं है। 2 महीने पहले मैंने नया मीटर लगवाया था। बिजली दफ्तर वालाें ने मुझे इस माह 13,731 रुपए का बिल थमा दिया। महिला की समस्या सुनकर मंत्री भी चाैंक गए। बिना देर किए वे महिला काे अपने साथ कार में बैठाकर भीमनगर स्थित उसके घर सुबह 11:10 बजे पहुंचे। वहां उन्हाेंने बिजली कंपनी के जहांगीराबाद जाेन के मैनेजर अमित राय काे बुलवाया।
किस-किस के घर जाएंगे ऊर्जा मंत्री
मौके पर पहुंचकर जब जांच की गई तो शिकायत सही पाई गई। क्योंकि ऊर्जा मंत्री मौके पर खड़े थे इसलिए बिल्कुल तत्काल सुधारा गया और ₹212 का नया बिल बना कर दिया गया। गौरतलब है कि आमतौर पर बिजली बिल से जुड़ी औसतन 350 शिकायतें रोजाना आती हैं। सवाल यह है कि ऊर्जा मंत्री किस किस के घर जाएंगे। यदि भीम नगर की झुग्गी झोपड़ी में जाना ऊर्जा मंत्री का पॉलीटिकल स्टंट नहीं था तो उन्हें एक ऐसा सिस्टम डिवेलप करना चाहिए जिसमें उपभोक्ता की शिकायतों का इसी प्रकार निराकरण हो सके जैसे कि उन्होंने किया है।