भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व में सिंगरौली से लेकर पश्चिम में अलीराजपुर तक लगभग 25 से ज्यादा जिलों में बारिश की संभावना है। ईरान और अफगानिस्तान की हवाओं ने मौसम को गर्म कर दिया था परंतु अब बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से पानी भरकर बादल मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रहे हैं। ठंडी हवाओं का आना शुरू हो गया है। उम्मीद है 11 दिसंबर से लेकर 14 दिसंबर तक विभिन्न इलाकों में बारिश होगी।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री रिकार्ड हुआ। यह सामान्य से 2 डिग्री अधिक रहा। इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में तापमान बढ़े हुए दर्ज हुए। मौसम विज्ञानी वेदप्रकाश ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच सक्रिय है। इसके 11 दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में ऊपरी हवा के चक्रवात बने हुए हैं। अरब सागर में बने सिस्टम के कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। इसकी वजह से मप्र के वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से 11 दिसंबर से राजधानी सहित प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है।
12 दिसंबर से पूर्वी मप्र में भी बारिश होने लगेगी। बारिश का सिलसिला 14-15 दिसंबर तक जारी रहने के आसार हैं। इस दौरान रात के तापमान बढ़े हुए रहेंगे। 17-18 दिसंबर को हवा का रुख उत्तरी होने पर ठंड बढ़ने लगेगी।
इन जिलों में बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है
सिंगरौली, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, रीवा, सतना, कटनी, पन्ना, जबलपुर, सिवनी, सागर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, हरदा, देवास, शाजापुर, राजगढ़, आगर मालवा, उज्जैन, इंदौर, खरगोन, खंडवा, धार, झाबुआ, रतलाम और अलीराजपुर।