भोपाल। मध्य प्रदेश के ईस्ट से लेकर वेस्ट तक हड्डियां कंपकंपा देने वाली शीतलहर क्रिसमस की छुट्टी पर चली गई थी परंतु खबर आ रही है कि 27 तारीख को वापस मध्य प्रदेश में लौट आएगी। हालांकि ग्वालियर से लेकर नौगांव तक कोहरा इमरजेंसी ड्यूटी कर रहा है। ग्वालियर में विजिबिलिटी 500 मीटर और नौगांव में 200 मीटर रह गई है।
भारत के उत्तर में स्थित हिमालय के क्षेत्र उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश आदि में बर्फबारी होने के कारण ठंडी हवाएं और कोहरा दक्षिण भारत की गहराइयों तक उतर रहा है। मध्य प्रदेश के लिए गुड न्यूज़ है कि गुरुवार को लगभग पूरे मध्यप्रदेश में तापमान सामान्य रहा। शुक्रवार को लोग क्रिसमस का आनंद ले रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार को एक और पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसके कारण हो सकता है कि तापमान में और कमी आए, हालांकि यह सामान्य के आसपास ही बना रहेगा। एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण मौसम में उतार-चढ़ाव हो रहा है।
27 दिसंबर के बाद शुरू होगी कड़ाके की सर्दी
मौसम विभाग के सरकारी पंडितों का कहना है कि 27 दिसंबर के बाद मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी। आदि मध्यप्रदेश में सूर्य देव के दर्शन दुर्लभ हो जाएंगे। ईस्ट मध्य प्रदेश में स्थित उमरिया में अभी भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गुरुवार को सबसे कम तापमान उमरिया में दर्ज किया गया। उमरिया एवं रीवा की हवाएं पचमढ़ी से भी ज्यादा ठंडी थी। इसके उलट साउथ मध्य प्रदेश में स्थित खरगोन का तापमान सबसे ज्यादा रहा। यहां 29.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। खंडवा में भी 29.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
होशंगाबाद और इंदौर की राते सबसे आरामदायक
मध्य प्रदेश में होशंगाबाद और इंदौर में रात का पारा सबसे ज्यादा रहा। होशंगाबाद में न्यूनतम तापमान 13.3 डिग्री और इंदौर में 12 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि भोपाल में भी यह 10 डिग्री पार कर 10.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबलपुर में 8.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।