भारत में हाई स्पीड ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड भारतीय रेल की सामान्य स्पीड होती जा रही है। हाई स्पीड ट्रेन की गति 220 किलोमीटर प्रति घंटा तक तय की जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में एक ट्रेन ऐसी भी है जो 10 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलती है। इस ट्रेन को 46 किलोमीटर का सफर पूरा करने में 4 घंटे से ज्यादा का समय लगता है। आइए इस खास किस्म की ट्रेन के बारे में जानते हैं, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह जानकारी लाभदायक हो सकती है:-
नीलगिरी एक्सप्रेस की खास बातें
नीलगिरि माउंटेन रेलवे एक सिंगल रेलवे ट्रैक है, 46 किलोमीटर (29 मील) लंबा एक सिंगल ट्रैक है जोकि मेट्टुपालयम शहर को उटकमंडलम (ओटाकामुंड) शहर से जोड़ता है। इस 46 किलोमीटर के सफ़र में 208 मोड़, 16 टनल और 250 ब्रिज पड़ते हैं। इस मार्ग पर चढ़ाई की यात्रा लगभग 290 मिनट (4.8 घंटे) में पूरी होती है, जबकि डाउनहिल यात्रा में केवल 215 मिनट (3.6 घंटे) लगते हैं।
नीलगिरि पर्वतीय रेल के बारे में सामान्य ज्ञान
✔ नीलगिरि पर्वतीय रेल, भारत के तमिलनाडु राज्य में चलती है।
✔ इसकी शुरुआत 1908 में हुई थी।
✔ नीलगिरि पर्वतीय रेल ट्रैक ब्रिटिश राज के दौरान बनाया गया था।
✔ शुरूआत में इसका संचालन मद्रास रेलवे द्वारा किया जाता था।
✔ इस रेलवे का परिचालन आज भी भाप इंजनों द्वारा किया जाता है।
✔ नीलगिरि पर्वतीय रेल, नवगठित सलेम मंडल के अधिकार क्षेत्र में आता है।
✔ जुलाई 2005 में यूनेस्को ने नीलगिरि पर्वतीय रेल को विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दी थी और तब से इन्हें संयुक्त रूप से "भारत की पर्वतीय रेल" के नाम से जाना जाता है।