भारतीय स्टेट बैंक सहित तमाम सरकारी बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज की दर कम करते जा रहे हैं। प्राइवेट कंपनियां इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने फिक्स डिपॉजिट पर 6.60% रिटर्न देने की घोषणा की है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.25% का अतिरिक्त लाभ दिया जाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या बजाज फाइनेंस लिमिटेड कंपनी आम नागरिकों में विश्वास जीत पाएगी।
बजाज फाइनेंस की ओर से बताया गया है कि उनके यहां 12 महीने से लेकर 60 महीने यानी 5 साल के लिए एफडी कराया जा सकता है। मात्र ₹25000 से फिक्स डिपाजिट अकाउंट ओपन किया जा सकता है। एफडी की टाइम लिमिट 1 साल से लेकर 5 साल तक की है, क्योंकि बजाज फाइनेंस लिमिटेड की ब्रांच पूरे देश में हर छोटे शहर में उपलब्ध नहीं है इसलिए ऑनलाइन फिक्स डिपाजिट अकाउंट भी ओपन किया जा सकता है।
बजाज फाइनेंस अप्रवासी भारतीय, ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया और इंडियन ओरिजिन के व्यक्ति को भी एफडी में निवेश करने का विकल्प देता है। NRI/OCI/PIO के पास एक NRO अकाउंट होना चाहिए। इनके लिए निवेश की अवधि 12 महीने से लेकर 36 महीने तक की है।
बजाज फाइनेंस लिमिटेड की ओर से सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान (SDP) के तहत मासिक निवेशक का भी विकल्प उपलब्ध कराया गया है। SDP के जरिए निवेशक हर महीने के एक छोटी रकम निवेश कर सकते हैं। इस प्लान की अवधि भी 12 महीने से लेकर 60 महीने तक निर्धारित की गई है। डिपॉजिट के लिए न्यूनतम 6 महीने और अधिकतम 48 महीने के बीच का मासिक डिपॉजिट किया जा सकता है। हर डिपॉजिट की तारीख पर जो ब्याज दर होगा, वही ब्याज पूरी अवधि के लिए उस डिपॉजिट पर कैलकुलेट होगा। SDP के तहत हर डिपॉजिट को अलग एफडी की तरह माना जाता है।
कुल मिलाकर बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने ग्राहकों की सुविधा के लिए हर तरह के प्लान बनाए हैं। ग्राहक अपना ब्याज मासिक, त्रैमासिक, 6 महीने में और 1 साल के भीतर भी ले सकते हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत का मिडिल क्लास जो सबसे ज्यादा फिक्स डिपाजिट करता है, क्या बजाज फाइनेंस लिमिटेड पर विश्वास दिखाएगा।