भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में इस बार ठंड पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए तैयार है। इस बार नवंबर में रात का न्यूनतम तापमान 15 दिन से ज्यादा बार सामान्य से कम रहा है। इस आधार पर मौसम विभाग इस बार राजधानी में दिसंबर में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जता रहा है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने बताया कि यही हाल रहा, तो भोपाल में इस बार पारा सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे जा सकता है। रिकॉर्ड की बात की जाए, तो 54 साल पहले भोपाल में 11 दिसंबर की रात को न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। मौसम विभाग को इस साल भी दिसंबर में रात का पारा सामान्य से तीन से चार डिग्री तक नीचे जाने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ यानी कम दबाव का क्षेत्र देश के उत्तरी प्रांतों में पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ता है। इनसे उत्तरी भाग शीतकालीन वर्षा से प्रभावित होता है। आने वाली शुष्क ठंडी हवाएं देश के मध्यवर्ती एवं उत्तरी भाग में शीतलहर की स्थिति पैदा करती हैं। कभी-कभी बंगाल की खाड़ी में पढ़ने वाले चक्रवाती तूफान की वजह से उत्तर से ठंडी हवाएं देश के मध्य में आ जाती। हालांकि बहुत ही कम अफसरों पर भोपाल शीतलहर से प्रभावित हुआ है। ऐसे में इस बार भी इसकी उम्मीद कम ही है।
भोपाल के मौसम की एक और खास बात है कि 11 दिसंबर को बने तीन रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटे हैं। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में दिसंबर महीने का अधिकतम तापमान 11 दिसंबर 1941 को 32.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। न्यूनतम तापमान 11 दिसंबर 1966 को 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। सबसे ज्यादा बारिश की बात की जाए, तो यह भी 11 दिसंबर 1967 में 66.3 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई थी।