भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कल 11 दिसंबर 2020 को डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। हालांकि इस दौरान कोरोना संक्रमण और इमरजेंसी से जुड़ी चिकित्सीय सेवाएं जारी रहेंगी। सिर्फ जनरल ओपीडी बंद रहेगी।
हमीदिया अस्पताल, जेपी अस्पताल और बैरागढ़ स्थित सिविल अस्पताल में इसका खासा असर रहेगा। हमीदिया में प्रतिदिन जनरल ओपी 2 हजार से अधिक ज्यादा रहती है। नई दिल्ली स्थित आईएमए भवन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने यह घोषणा करते हुए कहा था कि आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
मध्यप्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के संरक्षक सचेत सक्सेना ने बताया कि कोविड को देखते हुए पूरी तरह हड़ताल पर नहीं रहेंगे। अभी तक सिर्फ जनरल ओपीडी में मरीजों को नहीं देखने का निर्णय लिया है। हालांकि अभी चर्चा कर रहे हैं। रात को स्थिति साफ हो जाएगी कि हड़ताल में किस तरह शामिल होना है। हालांकि जरनल ओपीडी का इसका असर रहेगा। हम इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैनात रहेंगे।
महिला फोरम नीमा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष डॉक्टर नेहा रेजा ने कहा कि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, इसलिए हम आईएमए के हड़ताल के विरोध में काम करेंगे। आईएमए का कहना है कि अनुमति देने के लिए सीसीआईएम की अधिसूचना और नीति आयोग द्वारा चार समितियों के गठन से केवल मिक्सोपैथी को बढ़ावा मिलेगा। अधिसूचना को वापस लेने और चार समितियों के गठन को रद्द करते हैं। आधुनिक चिकित्सा और सर्जिकल विषयों पर सीसीआईएम के निर्णयों पर विरोध जताया है।
आईएमए का मानना है कि यह मिक्सोपैथी को वैध बनाने की दिशा में एक और कदम है। इसलिए 11 दिसंबर को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक विरोध स्वरुप डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सभी गैर-जरूरी और गैर-कोविड सेवाओं को बंद रखा जाएगा। आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। हालांकि पहले से तय ऑपरेशन नहीं किए जाएंगे।
मध्यप्रदेश के नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर महेश गुप्ता और महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नेहा रेजा ने बताया कि सीसीआईएम द्वारा हाल ही में प्रकाशित राजपत्र के अनुसार आयुर्वेद में शल्य (जनरल सर्जरी) और शालाक्य (ईएनटी) के पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर्स को 58 शास्त्र क्रियाएं करने की कानूनी अनुमति प्रदान की गयी है। IMA ने देश भर मे इसका विरोध शुरू किया है।
CCIM द्वारा प्रकाशित इस राजपत्र में शास्त्र क्रियाओं की स्थिति स्पष्ट की गई है और पुराने नोटिफिकेशन का स्पष्टीकरण किया गया है। इसमें नया कुछ नही है। आयुर्वेद के इन विषयों के पोस्ट ग्रेजुएट काफी पहले से ये शस्त्र क्रिया कानूनी तौर पर करते आएं है। हम 11 दिसंबर को पुरे प्रदेश के आयुष डॉक्टर्स पिंक रिबन बांधकर दिनभर सेवाएं देंगे।