भोपाल। CAREWELL HOSPITAL BHOPAL में पदस्थ डॉक्टर शैलेंद्र सिंह की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। उनकी लाश ड्यूटी रूम में पड़ी मिली है। लाश के पास एक खाली इंजेक्शन मिला है। माना जा रहा है कि इस इंजेक्शन में मौजूद ड्रग के कारण डॉक्टर शैलेंद्र सिंह की मौत हुई है। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शैलेंद्र सिंह ने आत्महत्या की है या फिर उनकी हत्या की गई है। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि मेडिकल से जुड़े मामलों में घोटालों से संबंधित लोगों की संदिग्ध मौतें पहले भी होती रही है। व्यापम घोटाले से संबंधित 25 से ज्यादा लोगों की मौत संदिग्ध थी जिसे बाद में एक्सीडेंट या आत्महत्या बताया गया।
ड्यूटी रूम में मिली डॉक्टर शैलेंद्र सिंह की लाश
कोहेफिजा थाना प्रभारी अनिल वाजपेयी के मुताबिक बैरागढ़ स्थित कैलाश नगर निवासी शैलेंद्र सिंह पेशे से डॉक्टर थे। वह कोहेफिजा क्षेत्र स्थित केयरवेल अस्पताल में पदस्थ थे। उनकी पत्नी भी सेवा सदन अस्पताल में नौकरी करती है। वह गुरुवार रात 11 बजे से अपनी ड्यूटी पर थे। शुक्रवार सुबह छह बजे जब अस्पताल का पैरामेडिकल स्टाफ डॉक्टरों के ड्यूटी रूम में पहुंचा। उन्होंने डॉ.शैलेंद्र सिंह को मृत अवस्था में पड़े देखा।
डॉक्टर की लाश के पास एक खाली इंजेक्शन मिला, सुसाइड नोट नहीं मिला
घटना की सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची। कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को शव के पास से एक संदिग्ध खाली इंजेक्शन मिला। शव का मुआयना करने पर डॉ. शैलेंद्र सिंह के दाएं हाथ में निडिल का निशान भी पाया गया। पुलिस ने मौके से मिली संदिग्ध वस्तुएं जब्त कर जांच में ली हैं। हालांकि तलाशी के दौरान पुलिस को डॉ; शेलेंद्र सिंह कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
पुलिस आत्महत्या की थ्योरी पर काम कर रही है
डॉ. शैलेंद्र सिंह विवाहित थे। परिजन के गमगीन होने के कारण पुलिस अभी उनके बयान दर्ज नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस का यह अनुमान है कि संभवत: डॉ. शैलेंद्र सिंह ने खुदकुशी की है। पुलिस मौत के कारण का पता करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।