भोपाल। जयप्रकाश चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का दौर चल रहा है। अस्पताल में वार्डबॉय, ड्रेसर, फार्मासिस्ट की कमी दिखना सामान्य है किन्तु जयप्रकाश चिकित्सालय भोपाल में वार्डबॉय, ड्रेसर, फार्मासिस्ट से उनके मूल कार्य एवं दायित्वों के विपरीत क्लर्क, इलेक्ट्रीशियन, स्टोर कीपर इत्यादि के कार्य कराये जा रहे हैं।
वार्ड बॉय से इलेक्ट्रिशियन का काम लिया जा रहा है
अतिसंवेदनशील विद्युत् व्यवस्था हेतु अस्पताल में लोक निर्माण विभाग विद्युत् यांत्रिक का पूरा अमला मौजूद है एवं हॉस्पिटल का स्वयं का इलेक्ट्रीशियन जमुना ठाकुर भी कई सालों से पदस्थ हैं किन्तु इनसे काम न लेकर सुंदर नाम के वार्ड बॉय से विद्युत् का कार्य कराया जा रहा है।
इलेक्ट्रीशियन नियुक्त है परंतु काम नहीं करता
इस वार्ड बॉय का अनेक बार विद्युत् दुर्घटना भी हो चुकी है, जिससे उनका चेहरा तक झुलस चुका है। कुछ माह पूर्व इसी वार्ड बॉय के द्वारा कुछ रुपयों के लालच में नवनिर्मित कोरोना आईसीयू का भारी भरकम इलेक्ट्रिकल पैनल चार्ज कर दिया गया था। इसके विपरीत जमुना ठाकुर इलेक्ट्रीशियन के द्वारा काफी लम्बे समय से विद्युत् का कार्य नहीं लिया जा रहा है। इसके पीछे कई कारण है परंतु 2 साल से लगातार चली आ रही समस्याओं का कोई निवारण नहीं है।
जेपी अस्पताल की बिजली घंटों गुल रही
हमीदिया अस्पताल में बिलजी गुल होने की घटना से भी स्वास्थ्य विभाग सबक लेने को तैयार नहीं। अब राजधानी भोपाल का मॉडल अस्पताल कहे जाने वाले जिला अस्पताल जेपी में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला अस्पताल के बी-ब्लॉक में मंगलवार बिजली गुल हो गई थी। अस्पताल के बी-ब्लॉक में ऑपरेशन थियेटर,मेटरनिटी वार्ड और प्रबंधकीय ऑफिस बने हुए हैं।