भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में सरपंच के भतीजे की लाश सोमवार को संदिग्ध हालात में खेत के पास जंगल में फंदे पर लटकी मिली है। वह तीन दिन से लापता था, लेकिन परिजनों ने उसकी गुमशुदगी पुलिस में दर्ज नहीं कराई थी। पुलिस को मौके से ना तो सुसाइड नोट ही मिला और ना ही कुछ संदिग्ध ही नजर आया। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
गुनगा पुलिस के अनुसार 22 वर्षीय अन्नू उर्फ अनूप जाटव पिता हरनाम जाटव प्राइवेट जॉब करता था। उसके चाचा सरपंच हैं। वह कुछ दिन पहले ही राजस्थान से लौटकर आया था। वह अकेला रहना पसंद करता था। जब मन आए, कहीं भी चला जाता था। गुरुवार शाम भी वह अचानक लापता हो गया। परिजनों ने उसे फोन लगाया, लेकिन फोन बंद था। अचानक अक्सर गायब हो जाने के कारण परिजनों ने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। रविवार रात ग्राम रतुआ में खेत के पास जंगलों में चाचा का कर्मचारी लकड़ी लेने गया था। वह खेत पर ही रुकता था। इसी दौरान उसे पेड़ पर फंदे से लटकी अन्नू की लाश मिली। बताया जाता है, शव तीन-चार दिन पुराना है। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई।
परिजन ने पुलिस को बताया कि अन्नू स्वतंत्र ख्यालों वाला था। वह अक्सर घूमता रहता था और बिना बताए कहीं भी चला जाता था। फिर चार-पांच महीने बाहर रहने के बाद घर आ जाता था। अभी उसने बताया था कि वह राजस्थान में एक टावर कंपनी में ठेकेदार के साथ काम कर रहा था। उसका पेमेंट नहीं हुआ था, इसलिए वह ठेकेदार की कार लेकर आ गया था। पेमेंट होने पर उसने कार लौटाने की बात कही थी।
हालांकि उसने ठेकेदार का नाम, पता नहीं बताया था। अब पुलिस ने कार के संबंध में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। पुलिस को मृतक के पास से मोबाइल फोन और पर्स मिला है। परिजन ने भी कोई मैसेज या गायब होने के दिन को लेकर अब तक जानकारी नहीं दी है। इस कारण सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल सका।