चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे आरक्षक का वीडियो वायरल, सस्पेंड - BHOPAL NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल
। डीआईजी इरशाद वली ने मंगलवारा थाने में पदस्थ सिपाही मुकर्रम अली को सस्पेंड कर दिया है। एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें आरक्षक मुकर्रम अली सरकारी नौकरी को लात मारकर पार्षद पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसी के आधार पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। 

नौकरी से भी सस्पेंड हुए और चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे
सवाल यह है कि क्या इस कार्यवाही के बाद मुकर्रम अली चुनाव लड़ पाएंगे। क्योंकि जब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा तब तक वह चुनाव नहीं लड़ सकते, और डिपार्टमेंटल इंक्वायरी के दौरान इस्तीफा मंजूर नहीं हो सकता। मुकर्रम अली एक तरफा इस्तीफा देकर भी चुनाव नहीं लड़ सकते क्योंकि निर्वाचन आयोग में नामांकन पर्चा दाखिल करना है। जहां बिजली का बिल बकाया होने पर भी चुनाव के अयोग्य घोषित कर दिए जाते हैं। इस मामले में तो विभागीय जांच बकाया है।

सोशल मीडिया पर सिपाही की चुनावी बैठक का वीडियो वायरल

भोपाल के एक सिपाही का वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। यह पुलिसकर्मी मध्य प्रदेश भोपाल में होने वाले आगामी नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद के लिए खड़े होने वाले हैं। इसको लेकर इलाके में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें मंगलवारा थाने में पदस्थ सिपाही मुकर्रम अली भी मौजूद थे। उनके समर्थक उन्हें नौकरी को लात मारकर पार्षद चुनाव में खड़े होने का समर्थन करते नजर आए।

ऐसा नेता चुनना चाहिए जिसका पेट पहले से भरा हो: सिपाही के समर्थक ने कहा

समर्थक का कहना था कि हमें ऐसा नेता चुनना चाहिए, जिसका पेट पहले से भरा हो और वह सक्षम हो, ताकि वह हमारे काम कर सके। मुकर्रम इसके लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। इसलिए हमें तन-मन और धन से उनका समर्थन करना चाहिए। 

मुकर्रम भाई नौकरी को लात मारकर हमारे बीच आए हैं: सिपाही का दूसरा समर्थक

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो करीब 4 मिनट का है। इसमें एक समर्थक मुकर्रम के पक्ष में कसीदे गढ़ते नजर आया। वह कहता है कि मैं ज्यादा भूमिका नहीं बांधना चाहता। मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग आते गए और कारवां बनता चला गया। हमारे मुकर्रम भाई ऐसे ही हैं। आज नौकरी को लात मारकर और उसे दांव पर लगाकर हमारे बीच आए हैं।

सांसद से ज्यादा मुश्किल है पार्षद का चुनाव

विधायक और सांसद का चुनाव आसान होता है, लेकिन पार्षद का चुनाव लड़ना लोहे के चबाने के बराबर है, क्योंकि उसे काम करना होता है। कहीं नाली चौक है, कहीं रास्ता बंद है, कहीं सड़क नहीं है, तो किसी के यहां पानी नहीं आ रहा। हर आदमी पार्षद से ही उम्मीद करते हैं। रात 2 बजे फोन लगाकर अपना काम करते हैं और अगर काम नहीं हुआ, तो धमकी भी देते हैं कि अगले चुनाव में देख लेंगे।

इधर सिपाही सस्पेंड हुआ उधर चुनाव स्थगित हो गए

इधर डीआईजी भोपाल में आरक्षक मुकर्रम भाई को सस्पेंड किया और उधर मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगम चुनाव स्थगित करने की घोषणा कर दी। जिस गृह विभाग के लिए मुकर्रम भाई काम करते हैं, उसी विभाग ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव स्थगित करने का निवेदन किया था।

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