भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को अब ओटीपी यानि वन टाइम पासवर्ड के लिए कॉलेज नहीं जाना होगा। उनके दस्तावेजों का सत्यापन बिना ओटीपी के कर दिया जाएगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण उच्च शिक्षा विभाग ने अपना पुराना निर्णय बदलते हुए इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
गौरतलब है कि यूजी और पीजी कक्षाओं के 1506 कॉलेजों करीब पांच लाख 60 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इनके दाखिले तो विभाग ने पहले लिए थे लेकिन दस्तावेजो का सत्यापन नहीं कराया था। अब जब दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो गई तो विभाग ने इनके दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन शुरू कराया था। इस वजह कॉलेजों में विद्यार्थियों की भीड़ होना शुरू हो गई थी। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने और कॉलेजों में क्षमता सीमित होने के कारण कोरोना से बचने के लिए जारी की गई गाइडलाइन का भी पालन नहीं हो पा रहा है।
विद्यार्थियों को 12 दिसंबर तक दस्तावेजों का सत्यापन कराना है। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद विभाग के अधिकारी विद्यार्थियों के संबंध में जानकारी पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इस मामले में विभाग के ओएसडी डॉ धीरेन्द्र शुक्ला का कहना है कि नए निर्णय के बाद विद्यार्थियों को कॉलेज नहीं जाना होगा। अब तक विद्यार्थियों को दस्तावेजों का सत्यापन कराने कॉलेज आना होता था। दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद विद्यार्थियों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर कॉलेज ओटीपी भेजता था। ओटीपी डालने के बाद ही विद्यार्थियों का प्रवेश होता था।
गौरतलब है कि इस साल कोरोना की वजह से कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया 30 नवंबर तक आयोजित की गई है। जबकि हर साल यह प्रक्रिया 30 अगस्त तक समाप्त हो जाती थी। इसके साथ ही विभाग ने कोरोना की वजह से ऑफलाइन फीस जमा करने का विकल्प समाप्त करने के साथ ही कई बदलाव प्रवेश प्रक्रिया में किए थे।