भोपाल। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की रिपोर्ट मंत्रालय में सबमिट होने और उसके बाद दैनिक भास्कर में उसके कुछ पेज लीक हो जाने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में तूफान दिखाई दे रहा है। दिग्विजय सिंह जैसे नेता का नाम सामने आने के बाद स्थितियां काफी बदल गई है। पहली बार दिग्विजय सिंह अपना चर्चित बयान (यदि नाम आया है तो मामला दर्ज कर लो...) नहीं दे पाए बल्कि प्रेस कांफ्रेंस करके जवाबी हमला किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार शाम तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जबकि गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने फ्रंट फुट पर आकर कहा कि जो नाम सामने आए हैं वह सब मोहरा है। सरगना अभी बाकी है वह भी नहीं बचेगा।
सबके नामों का खुलासा होगा, कानून अपना काम करेगा: गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा
गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो सामने दिख रहे हैं वे मोहरे हैं। सरगना कोई और है और वो भी नहीं बचेगा। दोषी कोई भी हो कार्रवाई होगी। कांग्रेस कितना ही मामले को मोड़ने की कोशिश कर ले पर एक-एक बिंदु की जांच हुई है। सबके नामों का खुलासा हो जाएगा। कार्रवाई को लेकर किसी प्रकार का कोई संशय नहीं है। मध्यप्रदेश में कानून का राज है और शिवराज सरकार है।
दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 90 पर कुछ नहीं कहा
लीक हुई रिपोर्ट में दिग्विजय सिंह के नाम के सामने 90 लिखा हुआ है। इसका मतलब 90 लाख है या 90 करोड़, अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। माना जा रहा है कि भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दिग्विजय सिंह को ₹9000000 दिए गए। धन का परिवहन अवैध रूप से हुआ इसलिए धन भी अवैध माना जा रहा है। इस खुलासे के बाद दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और शिवराज सिंह चौहान, उनके नजदीकी अफसर नीरज वशिष्ठ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खुलकर हमला किया परंतु 90 के मामले में कुछ नहीं कहा। दिग्विजय सिंह ने यह दावा भी नहीं किया कि उन्होंने चुनाव में अवैध धन परिवहन का उपयोग किया या नहीं।