भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान के कमरों में एक खास किस्म की मशीन लगी हुई है। कहा जा रहा है कि इस मशीन के कारण कमरे में मौजूद कोरोनावायरस ठीक उसी तरीके से नष्ट हो जाता है जैसे मॉस्किटो किलर मशीन को लगाने से मच्छर मर जाते है।
मुख्यमंत्री और दोनों अधिकारी मशीनों का ट्रायल ले रहे हैं
निर्माता कंपनी ने साइको केन नाम की यह मशीनें मुख्यमंत्री एवं दोनों अधिकारियों को बतौर गिफ्ट दी है। निश्चित रूप से कंपनी मध्यप्रदेश में अपनी मशीनें बेचना चाहती है। कंपनी का दावा है कि यह मशीन प्रति सैकेंड 10 से 100 लाख करोड़ इलेक्ट्रॉन छोड़ती है। इसे हाइपरचार्ज हाई वेलोसिटी इलेक्ट्रॉन कहते हैं। बंद स्पेस में यदि कोरोना वायरस है तो वह इससे कमजोर पड़ जाता है।
मध्य प्रदेश सरकार मशीनें खरीदेगी!
ICMR निरेह भोपाल ने कहा है कि ऐसी मशीनों पर भरोसा करना ठीक नहीं लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि लोक निर्माण विभाग ने इसे खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चूंकि अभी इस मशीन को केंद्र सरकार से अधिकारिक मंजूरी नहीं मिली, इसलिए इसे खरीदने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू नहीं की गई है परंतु संबंधित अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव को मंत्री शिवराज सिंह चौहान की इच्छा से अवगत करा दिया है।
पहले सैनिटाइजेशन चेंबर और गले में लटकाने वाला कार्ड भी आया था
उल्लेखनीय है कि कोरोनावायरस संक्रमण की शुरुआत में इससे बचने के लिए सैनिटाइजेशन चेंबर बनाए गए थे। एक ऐसी गुफा जिसमें व्यक्ति खड़ा हो जाता था और उसके शरीर पर चारों तरफ से सैनिटाइजर का छिड़काव किया जाता था। बाद में पता चला कि ऐसा करने से मनुष्य की जान जा सकती है। इसलिए सरकार को इसे बैन करना पड़ा। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा मास्क नहीं पहनते थे बल्कि गले में एक खास किस्म का कार्ड लगाकर घूमते थे। मध्य प्रदेश के कई अन्य अधिकारियों और मंत्रियों ने भी इसी कार्ड को लटकाया। बावजूद इसके गृहमंत्री के चिरंजीव पॉजिटिव हो गए और कुछ ऐसे लोग भी जिनके गले में कार्ड लटके हुए थे।