भोपाल। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कोरोना योद्धाओं पर लाठी चार्ज और उसके बाद शासकीय कार्य में बाधा जैसा गंभीर आपराधिक मामला दर्ज करने के विरोध स्वरूप पूरे प्रदेश में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। भोपाल के कलेक्टर कार्यालय में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मुंडन कराया। शिवपुरी में स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिससे चिकित्सा सेवाएं ठप हो गई।
मध्य प्रदेश के कई जिलों से कोरोना वॉरियर्स परमानेंट करने की मांग को लेकर भोपाल के नीलम पार्क में धरने पर बैठे थे। कोरोना काल में इनकी अस्थायी नियुक्ति की गई थी। उन्हें हटाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। स्थिति ऐसी बन आई की पुलिस ने धरना दे रहे कोरोना वॉरियर्स पर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में कई जिलों के अस्थायी स्वास्थ्य कर्मियों कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। शुक्रवार को राजधानी भोपाल के कलेक्टर ऑफिस में प्रोटेस्ट कर रहे कोरोना वॉरियर्स ने पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में सामूहिक मुंडन करवाया।
मध्यप्रदेश तृतीय कर्मचारी संघ ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की
मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। कर्मचारी संघ का कहना है कि जब पद खाली हैं तो आपातकाल में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को संविदा नियुक्ति दी जानी चाहिए। उनकी आवाज को दबाने के लिए लाठीचार्ज और गंभीर आपराधिक मामले दर्ज करना न्याय संगत नहीं है।