गर्मी के मौसम में पानी भी सूख जाता है परंतु यदि मनुष्य के शरीर की बात करें तो ठंड का मौसम शरीर को ड्राई कर देता है। मुस्कुराते हुए घर से बाहर निकलना तो दूर की बात, बिस्तर से नीचे उतरने का मन नहीं करता। सवाल यह है कि सर्दी के मौसम में जब की हवा में नमी होती है, शरीर आलसी क्यों पड़ जाता है। स्किन रूखी-सूखी क्या हो जाती है। उसकी ताजगी कहां चली जाती है।
ठंड के मौसम में आलस का प्रमुख कारण
मेडिकल साइंस के अनुसार ठंड के मौसम में आलस और सुस्ती का कारण विटामिन-D की कमी। डॉक्टरों के मुताबिक सर्दी के मौसम में दिन छोटे होते हैं जिसके कारण धूप भी कम समय के लिए ही मिल पाती है। जो हमारे मूड को प्रभावित करती है। सूरज की किरणों का असर हमारी सर्केडियन रिदम (circadian rhythm) पर पड़ता है। जो हमारे मस्तिष्क के सेरोटोनिन लेवल (Serotonin Level) में बदलाव पैदा करता है। जिसके कारण हमे आलस आता है और हमारा शरीर सुस्त पड़ जाता है।
ठंड के मौसम में आलस से कैसे बचें
सर्दी के मौसम में आलस से बचने के लिए और दिन भर राजा बने रहने के लिए बहुत जरूरी है कि विटामिन डी का सेवन करें। बताने की जरूरत नहीं कि विटामिन डी सूरज की धूप से प्राप्त होती है। प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट सूर्य की धूप में उपस्थित रहे। भारत के प्राचीन वैज्ञानिक ज्ञानी ऋषि-मुनियों ने सर्दी के मौसम में सूरज की धूप लेने की परंपरा बना दी थी।
विटामिन- D की कमी से किस तरह की बीमारियां होती है
1- हड्डियां कमजोर हो जाती है, जोड़ों में दर्द होने लगता है।
2- मोटापा बढ़ जाता है और जिम में पसीना बहाने के बाद भी कम नहीं होती।
3- त्वचा एवं बाल कुछ इस तरह से हो जाती हैं कि आप अपनी उम्र से अधिक दिखाई देते हैं।
4- सूजन एवं इन्फेक्शन की समस्या होती है।
5- त्वचा का रंग डार्क पड़ जाता है। स्किन का ग्लो खत्म हो जाता है।
Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)