ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में रेलवे से रिटायर्ड इंजीनियर जेपी उपाध्याय संदिग्ध हालात में छटवीं मंजिल से नीचे गिरे हैं। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। घटना शहर की पॉश टाउनशिप विंडसर हिल्स के जी ब्लॉक की है।
घटना हादसा है या बुजुर्ग इंजीनियर ने खुदकुशी की है, यह अभी साफ नहीं हो सका है। पुलिस भी उलझन में है और जांच की जा रही है। ऐसा भी पता लगा है कि मृतक के इकलौते बेटे गगन की मौत भी 20 साल पहले कुछ इसी तरह हादसे में हुई थी। विंडसर हिल्स में जी ब्लॉक स्थित फ्लैट 31- ए निवासी 60 वर्षीय जयप्रकाश उपाध्याय उर्फ जेपी रेलवे से रिटायर्ड इंजीनियर हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने बीआरएस लिया था। बीते 8 साल से वह यहां पत्नी गायत्री उपाध्याय के साथ रह रहे हैं। इससे पहले रेलवे कॉलोनी में रहते थे। उनकी एक बेटी है जो अभी जर्मनी में है। जेपी वैसे तो तीसरी मंजिल पर रहते हैं, लेकिन वह रोज अपने ब्लॉक की छटवीं मंजिल पर सैर करने जाते थे। करीब एक घंटे छत पर ही टहलने के बाद वह नीचे आते थे।
रोज की तरह शनिवार सुबह भी वह पत्नी से सैर पर जाने की कहकर निकल गए। करीब एक घंटे बाद वह संदिग्ध हालात में छटवीं मंजिल से नीचे टाउनशिप के आंगन में आकर गिरे। उनके गिरने की आवाज से आसपास के लोग एकत्रित हो गए। वह लहूलुहान हो चुके थे। तत्काल उनको सिटी सेंटर के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां उनकी मौत हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर मर्ग कायम कर लिया हैँ।
जेपी उपाध्याय छत से हादसे का शिकार होकर गिरे हैं या कूदे हैं। यह लेकर टाउनशिप के लोग और पुलिस भी उलझन में है। घटना स्थल को देखकर पुलिस कुछ नहीं समझ पा रही है। फोरेंसिक एक्सपर्ट को घटना स्थल दिखाया जा रहा है। कुछ टाउनशिप के लोगों का कहना है कि जब जेपी नीचे गिरे तो उनकी पत्नी फ्लैट की बालकनी में देखने आईं। उन्हें पड़ा देख गायत्री ने भी कूदने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने शोर मचाकर उन्हें संभाल लिया। जेपी के बारे में पता लगा है कि उनके एक बेटा-बेटी हैं। बेटी अभी जर्मनी में है। पर बेटे की 20 साल पहले मौत हो चुकी है। वह ट्रेन से कट गया था। कुछ स्थानीय लोगों का कहना था कि उससे खुदकुशी की थी।