ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेले को 10 जनवरी से ही लगाया जाए। साथ ही आरटीओ शुल्क में 50 फीसदी छूट देने व मेले की अवधि 50 दिन की जाए। इन सभी मांगों को लेकर मेले में दुकान लगाने वाले व्यापारियों ने अपने संगठन के तले पत्र केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर व राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम ज्ञापन ग्वालियर मेला विकास प्रधिकारण को दिया। साथ ही मेला कार्यालय के सामने व्यापारियों ने एक दिवसीय धरना भी दिया। धरने के दौरान व्यापारियों का कहना था कि यदि मेला नहीं लगाया गया तो वे आंदोलन करेंगे।
ग्वालियर मेला व्यापारी संघ का कहना था कि अब कोरोना संक्रमण कम हो चुका है। सिर्फ कोरोना का बहाना बनाकर मेले को स्थिगित या टाला नहीं जा सकता है। व्यापारी संघ कोरोना से बचाव के उपाय अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मेला व्यापारी संघ का कहना है कि मेले को हर हाल में 10 जनवरी से लगाया जाए और 50 दिन से कम न किया जाए। यह मेला 114 साल पुराना है। मेले की परंपरा को टूटना नहीं चाहिए। यदि पिछले मेले में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मेले को राज्यस्तरीय मेले का दर्जा दिलाया और आरटीओ टैक्स में 50 फीसदी की छूट दिलाई। मेले में ग्वालियर सहित देश भर के करीब 3 हजार कारोबारी अपना कारोबार करते हैं।
साथ ही ग्वालियर सहित आसपास के जिलों व देश भर के लोग मेला देखने व खरीदारी करने आते हैं। इसलिए कोरोना के नाम पर इस परंपरा को रोका नहीं जाए। इन सभी मांगों को लेकर व्यापारियों ने मेला विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने धरना दिया और ज्ञापन दिया। धरने पर बैठने वालों में मेला व्यापारी संघ के अध्यक्ष महेन्द्र भदकारिया, सचिव महेश मुदगल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष व प्रवक्ता अनिल पुनियानी उप्पल आदि शामिल थे।