ग्वालियर। मध्य प्रदेश के 407 नगरीय निकायों के महापौर/ अध्यक्ष पद हेतु आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद ग्वालियर में तमाम कद्दावर नेताओं की पत्नियों में संभावनाओं की तलाश शुरू हो गई है। क्योंकि ग्वालियर नगर निगम महापौर का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
1995 से अब तक ग्वालियर के महापौर
साल 1995 में एससी महिला के लिए सीट रिजर्व होने के कारण अरुणा सैन्या महापौर बनीं। इसके बाद पुरुष एससी सीट पर पूरन सिंह पलैया साल 2000 में जीते। इसके बाद विवेक शेजवलकर महापौर रहे तो महिला ओबीसी के लिए आरक्षित होने के बाद समीक्षा गुप्ता को इस सीट पर बैठने का मौका मिला। सामान्य पुरुष के लिए 2015 में सामान्य पुरुष के खाते में यह सीट जाने से फिर विवेक शेजवलकर जीते।
फिलहाल इनके नाम आए आगे
कांग्रेस से जहां खुद शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा की पत्नी और पूर्व पार्षद रीमा शर्मा, पूर्व पार्षद कुसुम शर्मा, शोभा सिकरवार व रश्मि पवार शर्मा की ही दावेदारी सामने आई है, वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री माया सिंह मामी, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, खुशबू गुप्ता, सुमन शर्मा, प्रमिला वाजपेई, मीना सचान के नाम चर्चा में है। अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि टिकट किस दल से किसके हाथ लगता है।