ग्वालियर। मिलावट के नाम पर प्रशासनिक टीम द्वारा डबल त्रिशूल आटा फैक्ट्री पर की गई छापामारी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई। अधिकारियों को जब यहां आटे में कीड़े नहीं मिले तो बाल मजदूरों की तलाश करने लगे। बाल मजदूर नहीं मिले तो गेहूं खरीदी में घोटाले की तलाश शुरू कर दी। कुल मिलाकर समाचार लिखे जाने तक टीम के हाथ कुछ नहीं लगा था। खिसियाए हुए अधिकारी 'आए हैं तो कुछ लेकर जाएंगे' की तर्ज पर जांच की दिशा बदल रहे हैं।
ना मिलावट मिली ना बाल मजदूर, छापामार कार्रवाई फ्लॉप
एसडीएम पुष्पा पुषाम और तहसीलदार नरेश गुप्ता के नेतृत्व में प्रशासन व फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने बुधवार काे पिंटाे पार्क स्थित बीपी बंसल एग्रीटेट प्रायवेट लिमिटेड कंपनी पर छापामार कार्रवाई की है। यह कंपनी डबल त्रिशूल के नाम से विभिन्न आटा प्राेडक्ट का निर्माण करती है। टीम ने यहां पहुंचकर आटा, तंदूरी मेंदा, बैकरी का आटा सहित अन्य तमाम खाद्य सामग्री के सैंपल लिए। प्रशासनिक टीम को संदेह था कि यहां बाल मजदूरी करवाई जा रही है। इस फैक्ट्री के संचालक प्रेम प्रकाश बंसल है। अधिकारियाें काे माैके पर मैनेजर विजय मजूमदार माैजूद मिले।
कुछ भी हाथ नहीं लगा तो तो जांच का दायरा बढ़ाया: गेंहू कहां से आता है
कंपनी की करीब बीस हजार क्विंटल की खपत बताई जा रही है। टीम यहां रखे गेंहू की ताे जांच कर ही रही है, साथ ही यह भी पता लगा रहे हैं कि गेंहू आता कहां से है। खाद्य विभाग के अधिकारियाें काे भी माैके पर बुलाया गया है। गाैरतलब है कि कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह ने अब सभी एसडीएम काे अपने-अपने क्षेत्र में मिलावटखाेराें के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।