इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में एरोड्रम क्षेत्र में 18 साल की युवती ने माता-पिता के काम पर जाने के बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। चचेरा भाई उसे उठाने आया तो वारदात का पता चला। पुलिस ने मंगलवार को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। अब तक मृतका के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
एरोड्रम पुलिस के अनुसार मृतका का नाम आरती पिता मुकेश वर्मा निवासी नगीन नगर है। वह 12 क्लास की छात्रा थी। परिवार ने सोमवार शाम को फांसी लगाने की बात बताई है। परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। मंगलवार को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पिता ने बताया कि मैं उसे बेटी नहीं एक दोस्त की तरह रखता था। वह हम चार भाइयों के साथ ही दादा-दादी के यहां पर भी रहा करती थी। सोमवार को मैं और पत्नी दोनों काम पर चले गए थे।आरती दोपहर में खाना खाकर मंदिर वाले कमरे में जाकर सो गई थी। शाम को भतीजा आरती के पास पहुंचा और दरवाजा खटखटाया तो उसने नहीं खोला। उसे लगा कि वह सो रही होगी।
इसके बाद उसने फिर से दरवाजा नॉक किया। इसके बाद भी उसने दरवाजा नहीं खोला तो उसने खिड़की से झांका, जहां वह फंदे पर लटकी मिली। इस पर उसने परिवार को सूचना दी। हम दरवाजा तोड़कर उसे अस्पताल ले आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।