इंदौर। मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में मिलावटी व्यापारियों ने अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। निमाड़ से लिए गए कुछ सैंपलों में यह मिलावट सामने आई है। इन मिलावट खोरों की सबसे बड़ी खूबी यह है कि किराना व्यापारी जिस भाव में हींग मांगते हैं, उसी अनुपात में मिलावट करके हींग तैयार कर दी जाती है।
इंदौर में नकली हींग का धंधा ठीक उसी तरह चल रहा है जैसे ग्वालियर चंबल अंचल में नकली दुग्ध उत्पादों, मावा या खोया आदि का चल रहा है। मिलावट के इस कारोबार में इंदौर के किराना बाजार के 4 से 6 व्यापारियों ने हाथरस एवं दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। पिछले दो-तीन सालों से दिल्ली एवं हाथरस से सुगंध वाली हींग आना और बिकना बंद हो गई है परंतु यहां इंदौर में यह धड़ल्ले से बेची जा रही है।
मध्य प्रदेश के अधिकांश किराना व्यापारी इंदौर में मैदा, अरारोट एवं एक केमिकल केमिकल का मिलाकर खुशबूदार हींग बड़ी मात्रा में बेच रहे हैं। यह हींग लूज़ व पाउच यूज़ दोनों प्रकार से उपलब्ध है। एक किलो हींग पाउच की बरनी ₹500 में बेची जा रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हींग के नाम पर मध्य प्रदेश के बाजारों के बाजारों प्रदेश के बाजारों प्रदेश के बाजारों में क्या बिक रहा है?