इंदौर। बार कौंसिल ऑफ इंडिया द्वारा स्थायी सनद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा के लिए अब इंदौर में भी केंद्र होगा। अब तक प्रदेश में सिर्फ भोपाल और जबलपुर में ही केंद्र थे। इंदौर को परीक्षा केंद्र बनाए जाने से इंदौर और आस-पास के सैकड़ों परीक्षार्थियों को फायदा होगा। उन्हें परीक्षा देने के लिए भोपाल या जबलपुर नहीं जाना पड़ेगा।
वकालात की पढ़ाई पूरी करने के बाद वकीलों को राज्य अधिवक्ता परिषद द्वारा अस्थायी सनद जारी की जाती है। यह दो वर्ष के लिए मान्य होती है। इस दो वर्ष की अवधि के दौरान वकीलों को बार कौंसिल ऑफ इंडिया द्वारा स्थायी सनद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा उत्तीर्ण करना होती है। जो वकील इस अवधि में परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाते हैं उनकी अस्थायी सनद निरस्त हो जाती है और उन्हें जब तक वकालात करने की अनुमति नहीं मिलती तक तक कि वे स्थायी सनद के लिए होने वाली परीक्षा उत्तीर्ण न कर लें। बार कौंसिल वर्ष में दो बार यह परीक्षा आयोजित करता है। अब तक प्रदेश में भोपाल और जबलपुर ही इस परीक्षा के केंद्र थे।
प्रदेशभर के अस्थायी सनद प्राप्त वकीलों को परीक्षा के लिए इन दोनों शहरों में से किसी एक को चुनना होता था। इस परीक्षा में प्रदेशभर में सबसे ज्यादा परीक्षार्थी इंदौर से शामिल होते हैं। यहां के परीक्षार्थियों को परीक्षा देने के लिए भोपाल जाना होता था। लंबे समय से इंदौर को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की मांग भी उठ रही थी। राज्य अधिवक्ता परिषद के नवनिर्वाचित सदस्य एडवोकेट सुनील गुप्ता ने बताया कि बार कौंसिल ने अब भोपाल व जबलपुर के साथ-साथ इंदौर को भी परीक्षा केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आगामी परीक्षा से ही लागू हो जाएगा।
24 जनवरी को है परीक्षा
एडवोकेट गुप्ता ने बताया कि बार कौंसिल द्वारा स्थायी सनद के लिए आयोजित की जाने वाली अगली परीक्षा 24 जनवरी को होगी। इसके लिए परीक्षार्थी 18 दिसंबर तक फॉर्म जमा करवा सकते हैं।