इंदौर। इंदौर में रहने वाली हाईप्रोफाइल परिवारों की 200 से ज्यादा लड़कियों को नशे की लत लगा चुकी ड्रग्स वाली आंटी को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया परंतु उनका असली नाम अभी तक पता नहीं कर पाई है। उनके पास से जो आईडी कार्ड बरामद हुए हैं उसमें प्रीती, सपना, प्रेरणा, काजल, कई नाम है। पता चला है कि आंटी इंदौर के नामी बिल्डर की पार्टनर भी है। दिन में रियल एस्टेट का काम करती थी और रात में ड्रग्स की सप्लाई।
हाई प्रोफाइल लाइफस्टाइल चाहिए थी इसलिए पति को छोड़ दिया
गिरफ्तार महिला ने बताया कि 'मैं पुणे की रहने वाली हूं। अंग्रेजी में एमए कर रखा है। अंग्रेजी, हिंदी के साथ मराठी भाषा पर भी अच्छी पकड़ है। शादी धार जिले के कुक्षी में हुई थी। सपने बड़े थे, इसलिए अकसर किसी ना किसी बात को लेकर पति ने विवाद होता था। पति को छोड़ दिया।
बेटे को पायलट बनाना चाहती थी लेकिन रिचा ने ड्रग्स का सप्लायर बना दिया
मेरा एक बेटा है, जिसके अच्छे भविष्य के सपने को लेकर मैं इंदौर आकर रहने लगी। मैं उसे पढ़ा-लिखाकर पायलेट बनाना चाहती थी। इंदौर आने के बाद मेरी पहचान ऋचा नाम की युवती से हुई। उसने बताया कि मेरे पास ज्यादा रुपए कमाने का शॉर्टकट तरीका है। रुपयों के लालच में मैं उसके साथ हो ली और ड्रग्स के कारोबार में कूद पड़ी।' ये सब बातें ड्रगवाली आंटी ने पुलिस से पूछताछ में कही है।
बांग्लादेश की लड़कियों को नशे की लत लगाकर वेश्यावृत्ति करवाई जाती थी
शहर में 200 से ज्यादा युवक-युवतियों को नशा बेचने वाली ‘आंटी’ नित नए और चौंकाने वाले खुलासे कर रही है। गुरुवार रात 2 बजे तक इंदौर आईजी योगेश देशमुख ने आंटी और उसके चार साथियों से पूछताछ की। आईजी ने बताया कि विजय नगर पुलिस ने कुछ समय पहले बांग्लादेश की कुछ युवतियां पकड़ी थीं, जो देह व्यापार में संलिप्त थीं। उन्होंने बताया था कि उन्हें अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत लाया जाता था। यहां से इंदौर आती थीं। इस दौरान उन्हें ड्रग्स की भी लत लगाई जाती थी। इसके बाद देह व्यापार में धकेल दिया जाता था।
केवल मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश में इनकी सप्लाई चैन है: आईजी पुलिस का दावा
पड़ताल में सरगना सागर जैन तक पुलिस पहुंची, तो ड्रग्स के कारोबार का खुलासा हुआ। पूछताछ में लेडी ड्रग महिला का नाम भी सामने आया। इसके बाद पुलिस ने ड्रग्स बेचने वाली इस लेडी को पकड़ा। आईजी की मानें, तो अभी मामले में और भी खुलासे होना बाकी हैं। प्रदेश सहित देशभर में इनकी चेन को तलाशा जा रहा है।
प्रतिष्ठित रियल स्टेट कंपनी में पार्टनर, फर्राटेदार इंग्लिश के कारण विदेशों से संपर्क
ड्रग लेडी ने बताया कि महिला 1991 में पति दीपक को छोड़ बेटे यश को लेकर इंदौर आई थी। इंदौर में कारोबार बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों में भी पकड़ बनानी शुरू कर दी। इसे बढ़ाने के लिए इंदौर के एक माॅल में रियल स्टेट कंपनी में बतौर पार्टनर का काम शुरू कर दिया। दिन में रियल स्टेट और रात में पार्टी और पब में ड्रग्स सप्लाई यही आंटी की रोज की दिनचर्या बन गई। आंटी ने विदेशी ड्रग्स तस्करों तक से एमडी ड्रग्स लेने की शुरुआत कर दी। फर्राटेदार इंग्लिश बोलने के कारण आंटी जल्द ही बड़े घरानों वालों से घुल मिल जाती थी।
ड्रगवाली आंटी के कई नाम, किसी में प्रीती तो किसी में प्रेरणा नाम
विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया कि ड्रगवाली आंटी के पास कई आईडी कार्ड मिले हैं। इसमें आंटी का नाम प्रीती, सपना, प्रेरणा, काजल रख रखे हैं। पुलिस के अनुसार आंटी से एमडी ड्रग्स और कोकिन ‘कोक’ नामक ड्रग्स लेने वाले 200 से ज्यादा हाई प्रोफाइल परिवार और युवक-युवतियां हैं। पुलिस को आंटी के मोबाइल से कई लोगों के बारे में पता चला है। पुलिस अब आरोपी आंटी के स्कीम नंबर 78 स्थित बंगले की तलाशी के साथ ह बैंक अकाउंट भी खंगाल रही है।
सीएम ने फोन पर इंदौर पुलिस की तारीफ की
ड्रगवाली आंटी और ड्रग्स सप्लाई करने वाले सागर जैन सहित चेन को पकड़ने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डीजीपी को फोन कर इंदौर पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई की तारीफ की।