इंदौर। नगर निगम चुनाव का दंगल शुरू हो गया है। सबसे पहले पार्टी के पहलवानों की कुश्ती होगी और फिर दूसरे उम्मीदवारों से लड़ेंगे। पार्टी के पहलवानों की कुश्ती इंदौर में शुरू हो गई है। हालात यह है कि गुटबाजी से घबराए इंदौर कांग्रेस के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने सार्वजनिक रूप से अपील की कि कांग्रेस पार्टी को इंदौर में पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। नगर निगम के चुनाव में मत निपटाना।
देवेंद्र सिंह यादव ने खुद को महापौर प्रत्याशी घोषित किया, वार्डों में प्रभारी नियुक्त कर दिए
दो दिन पहले नगर निगम चुनाव के लिए आरक्षण तय हुआ है। कांग्रेस का प्रदेश संगठन टिकट वितरण के लिए किसी बाहरी नेता को इंदौर के प्रभारी बनाना चाह रहा है। इस बीच स्थानीय नेताओं ने समानांतर संगठनों के जरिए ही टिकट के दावेदारों का चयन शुरू कर दिया है। कांग्रेस के समानांतर संगठन राजीव विकास केंद्र चला रहे देंवेंद्र सिंह यादव ने अपने स्तर पर ही शहर के सभी 85 वार्ड में दो-दो प्रभारियों की नियुक्ति कर दिए है। यादव ने अपने स्तर पर घोषणा कर दी है कि निगम चुनाव के लिए ये प्रभारी उम्मीदवार चुन कर देंगे। यादव ने खुद को न केवल महापौर टिकट का दावेदार घोषित किया है। बल्कि चंदा इकठ्ठा करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेताओं की और से चुनाव के लिए यादव समर्थकों ने 21 लाख का चंदा मिलने की घोषणा कर दी है।
पहले ही कांग्रेस का बहुत नुकसान हो चुका है, नगर निगम चुनाव में मत निपटाना
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाने शहर के कांग्रेस नेता गांधी भवन पर एकत्र हुए थे। इसी दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने शहर के सभी नेताओं के बीच गुटबाजी के संकट को कबूल लिया। भाषण देते हुए बाकलीवाल ने कांग्रेसियों से अपील कर दी कि पहले ही पार्टी का बहुत नुकसान हो चुका है। अब निगम चुनावों में कम से कम एक-दूसरे को निपटाने के लिए काम मत करना। बाकलीवाल के बयान से साफ हो गया है कि विपक्षी से मुकाबले से पहले कांग्रेस को अपनी गुटबाजी से पार पाना होगा।