जबलपुर। खेत में जंगली सूअरों के शिकार के लिए बिछाए गए करंट के तारों की चपेट में आकर दो किसानों की माैत हो गई। एक किसान खेत की सिंचाई करने गया था, तो दूसरा खेत में लगी अरहर की फसल की रखवाली करने गया था। सिहोरा व मझगवां क्षेत्र में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने फिलहाल हादसे का केस दर्ज किया है, लेकिन कई दिनों से बढ़ती ऐसी घटनाओं के चलते पुलिस इसमें गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करेगी।
बटकुली गांव निवासी मोहन पटेल (35) पेशे से किसान है। सोमवार सुबह पांच बजे वह खेत की सिंचाई करने गया था। लौटने में देरी होने पर बेटा बुलाने पहुंचा। वहां खेत में पेड़ के नीचे मोहन मृत हालत में पड़ा था। बेटे ने गांव वालों को इस बारे में बताया। सूचना पर डायल-100 पहुंची। इसके बाद सिहोरा पुलिस मौके पर पहुंची।
मौत के बाद घटनास्थल बदला गया, जैसे किसान की गलती हो
युवक के पैर में करंट से झुलसने के निशान मिले। उसके कपड़े भीगे थे, पर जहां लाश पड़ थी, वहां सूखा था। पास में ही बिजली का कटआउट लगा था। उसका हाथ उस पर रखा था, जिससे देखने पर लगे कि यहीं करंट लगा। उसके हाथ में करंट लगने का निशान नहीं मिला है। जूते भी दूर-दूर पड़े थे। पुलिस ने आशंका जताई है कि सूअर के लिए बिछाए गए तार में फंसकर उसकी मौत के बाद शिकारियों ने लाश को वहां शिफ्ट किया होगा। पुलिस शिकारियों की तलाश में जुटी है।
दूसरा किसान रात दो बजे खेत पर गया था, सुबह लाश मिली
दूसरी घटना, मझगवां के भंडरा हाल में हुई। गांव का अनिल राजभर (30) भी किसान है। वह रविवार रात दो बजे अरहर की फसल की रखवाली करने गया था। सुबह सात बजे तक घर नहीं लौटा, तो परिजन बुलाने गए। वह खेत में मृत पड़ा था। वहां जीआई तार जमीन पर मिला। इसी से शिकारी जंगली सूअर का शिकार करते हैं। आशंका है कि रात में वह तार नहीं देख पाया होगा और उसकी चपेट में आ गया होगा। पुलिस जंगली सूअर का शिकार करने वालों की तलाश में जुटी है।
वन विभाग के अधिकारियों की वनमाफिया से मिली भगत
जंगली सूअर का शिकार प्रतिबंधित है। बावजूद वन विभाग इसके अवैध शिकार करने वालों पर शिकंजा नहीं कस पा रही है। 27 नवंबर को इसी लापरवाही के चलते बरगी के मोहास में बलराम हाथी की मौत हो गई थी। इस बेजुबान जंगली हाथी की मौत के बाद अब दो किसानों की मौत हुई है। जिले में खेतों में तार बिछाकर जंगली सूअर का शिकार हो रहा है। खास है कि पुलिस पहले ऐसे मामले को हादसा मानकर रिपोर्ट दर्ज करती थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मामले बढ़ने से गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि शिकारी स्थानीय लोग ही हो सकती हैं।
304 का पुलिस दर्ज करेगी मामला
सिहोरा टीआई गिरीश धुर्वे और मझगवां टीआई अन्नीलाल सैयाम ने बताया कि अभी दोनों प्रकरणों में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है। शिकारियों की तलाश की जा रही है। विवेचना के बाद प्रकरण में 304 की धारा बढ़ाएंगे। जंगली सूअर का शिकार करने जानबूझकर इस तरह से तार बिछाया जा रहा है। बिजली चोरी व दुरुपयोग का भी मामला बनेगा।