जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के व्यापारी को सस्ते में बारदाना दिलाने का झांसा देकर 1.89 लाख रुपए की चपत लगाने वाले दो ठगबाजों को पुलिस ने शनिवार को भोपाल से गिरफ्तार कर ले आई। दोनों व्यापारी बनकर एक साल पहले पीड़ित से मिले थे। उसे झांसे में फंसा कर खाते में रकम जमा करते रहे। जब बारदाना सप्लाई की बात आई तो फोन तक उठाना बंद कर दिया था। दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद पुलिस रविवार को कोर्ट में पेश करेगी।
जानकारी के अनुसार खितौला निवासी राकेश जायसवाल बारदाना व्यापारी हैं। 15 नवंबर 2019 को भोपाल निवासी ज्ञानदास बैरागी उसके दुकान पर पहुंचा था। ज्ञानदास बैरागी ने भी खुद को बारदाना व्यापारी बताया था। उसने राकेश को सस्ते में बारदाना उपलब्ध कराने की पेशकश की थी। राकेश जायसवाल ने उससे आधार कार्ड और बैंक खाता नंबर मांगा। ज्ञानदास बैरागी ने अपना आधार कार्ड और बेटे सिद्धांत बैरागी का यूनियन बैंक का खाता दिया।
राकेश जायसवाल के मुताबिक उसने 21 नवंबर 2019 को ज्ञानदास बैरागी से बारदाना भेजने के लिए बात की। फिर उसके बेटे के बैंक खाते में 49 हजार रुपए भी ट्रांसफर कर दिए। उसने बारदाना नहीं भिजवाया। कॉल करने पर कहा कि सौदा कैंसिल हो गया है। माल मिलते ही भेज देगा। 18 मार्च 2020 को उसने सहयोगी हिमांशु सोलंकी से बात कराई। उसके द्वारा कहा गया कि एक गाड़ी माल पूरा करने में समय लगेगा। और पैसे भेजने पड़ेंगे।
भोपाल निवासी सोलंकी की बात पर विश्वास करके उसने 21 मार्च को 70 हजार और 18 अप्रैल को 70 हजार रुपए और ट्रांसफर कर दिए। ज्ञानदास ने इसके बावजूद माल नहीं भिजवाया। कॉल करने पर पैर में चोट का बहाना करते हुए एक सप्ताह की मोहलत और मांगी। तब से आज तक न तो माल भिजवाया और न ही उसके पैसे वापस किए थे। 21 नवंबर को खितौला पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 420, 34 भादवि का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था।
खितौला टीआई जगोतिन मसराम ने बताया कि आरोपियों के बारे में भोपाल में होने की खबर मिली थी। इस सूचना पर एक टीम भेजी गई थी। दोनों आरोपी टीटी नगर भोपाल निवासी हिमांशु सोलंकी (32) और तुलसीनगर निवासी ज्ञानदास बैरागी (44) को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को पुलिस टीम लेकर शनिवार को शाम को थाने पहुंची। दोनों से पूछताछ की जा रही है। रविवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।