जबलपुर। मध्यप्रदेश के एक और शर्मनाक मामला सामने आया है, प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर शहर में अज्ञात व्यक्ति ने तीन माह की अबोध बालिका को कड़कड़ाती ठंड में बरगी के जंगल में फेंक दिया। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर पत्ता तोडऩे गई महिलाओं के कानों पर पड़ी तो उन्होने बच्ची को उठा लिया और पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को मेडिकल अस्पताल में भरती कराया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम दियाखेड़ा के जंगल में किसी ने दो-तीन माह की अबोध बालिका को कंबल में लपेटकर छोड़ दिया, इस दौरान कुछ महिलाएं पत्ते तोडऩे के लिए जंगल जा रही थी। इस दौरान उन्होने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो पहुंच गई, देखा तो कंबल में लिपटी बालिका रो रही है। बच्ची का करुण रुदन सुनकर महिलाओं की ममता जाग गई।
वे बच्ची को उठाकर गांव आ गई, जहां पर महिलाओं की भीड़ जमा हो गई, जिन्होने पुलिस को खबर दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद बच्ची को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया। जहां पर बच्ची को भरती कर देखभाल की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी ने बच्ची की देखभाल न करने के उद्देश्य से जंगल में फेंक दिया है, पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरु कर दी है।