जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में दो दिन पहले मटामर परहरा निवासी 40 वर्षीय मनबहोर द्विवेदी की हत्या उसे अस्पताल पहुंचाने वाले युवकों के तीन दोस्तों ने की थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक फरार है। वारदात की रात पार्टी के बाद आरोपी आपस में झगड़ रहे थे। होटल संचालक ने तीनों आरोपियों को समझाने की गुस्ताखी कर दी थी।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने शनिवार को हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि ट्रेनी आईपीएस अगम जैन, सीएसपी रांझी इसरार मंसूरी और टीआई निरूपा पांडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मटामर परहरा निवासी मनबहोर द्विवेदी (40) होटल चलाता था। रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर छह के बाहर उसका होटल था। 16 दिसंबर की रात वह होटल से घर लौट रहा था। कैलाशधाम रोड मझगवां निवासी संतोष रजक के घर के सामने उस पर हमला किया गया था।
खमरिया OFK अस्पताल से रैफर पर उसे मेडिकल अस्पताल ले जाया गया था। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। सुबह उसकी पहचान हो पाई थी। इस अंधे कत्ल के खुलासे पर एसपी ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था। कैलाशधाम रोड पर घाना निवासी सनी चौधरी ने डॉग ब्रीडिंग के लिए किराए का कमरा ले रखा है। 16 दिसंबर को दोस्तों ने पार्टी रखी थी। घटनास्थल पर बिखरे खून के आधार पर पुलिस ने सनी से पूछताछ की। उसने बताया कि दोस्त सावन शर्मा, देवा रजक व कार्तिक गुप्ता मकान के बाहर झगड़ रहे थे, तभी होटल संचालक निकला और उन्हें समझाने लगा। इसी पर तीनों ने उसके साथ रॉड से मारपीट की और कार्तिक ने जांघ में चाकू से वार कर दिया था।
वारदात के बाद दोस्त सनी की मदद से मनबहोर को उसकी स्कूटी में बैठाकर ओएफके अस्पताल ले गए। पीछे सावन, कार्तिक व देवा भी पहुंचे। यहां से रैफर करने पर मनबहोर की स्कूटी लेकर सभी घटनास्थल पर लौट आए। वहां बहे खून को धोया और स्कूटी व रॉड को जंगल में छिपा दिया, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस ने घाना निवासी निजी कंपनी में एजेंट सावन शर्मा, झालर बनाने वाले इन्द्रा आवास कॉलोनी मानेगांव रांझी निवासी कार्तिक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। मझगवां पनागर निवासी देवा रजक फरार है। वह अपराधी प्रवृत्ति का है।