जबलपुर। गैरीसन इंजीनियर (पश्चिम) के मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेस (एमईएस) के कार्यालय में सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की है। सीबीआई की ओर से बताया गया कि इस कार्रवाई में दो अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। फर्नीचर की रिपेयरिंग करने वाली फर्म से एक अधिकारी ने ₹100000 का और दूसरे अधिकारी ने रिश्वत में ब्लैंक चेक लिया था।
फर्नीचर रिपेयर फर्म की ओर से हुई थी शिकायत
SP CBI पीके पांडे ने बताया कि MES में पदस्थ बैरक स्टोर ऑफिसर सुजीत बैठा और स्टोर कीपर जयदीप शुक्ला ही भुगतान संबंधी कार्य देखते हैं। पचपेढ़ी सिविल लाइंस स्थित MES में रजिस्टर्ड फर्म सत्या एंड संस फर्नीचर रिपेयर का काम करती है। फर्म के 9 लाख रुपए का भुगतान दोनों ने कर दिए थे। इतने का ही और भुगतान बिल अटका था। इसके अलावा भविष्य में भी फर्म को कई लाखों के काम मिलना था। इसके एवज में दोनों 3.10 लाख रुपए की मांग की थी।
रिश्वत में ₹100000 नगद और ब्लैंक चेक लिया
एसपी पांडे के मुताबिक फर्म की ओर से इसकी शिकायत कुछ दिन पहले दी गई थी। इस पर उनकी बातचीत को ट्रैप कराया गया। बुधवार को दोनों ने फर्म संचालक को पैसे लेकर बुलाया था। संचालक से एक लाख रुपए नकद और ब्लैंक चेक के माध्यम से शेष 2.10 लाख रुपए लेने की बात तय हुई थी।
तलाशी में कुछ अहम दस्तावेज भी मिले हैं
सीबीआई की टीम ने विशेष रसायन वाले नोट संचालक को दिए। संचालक ले जाकर सुजीत बैठा को एक लाख रुपए नकद और जयदीप शुक्ला को ब्लैंक चेक दे आया। इसके बाद टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के कब्जे से रिश्वत की रकम और ब्लैंक चेक जब्त किए। जयदीप ने ब्लैंक चेक में रकम की राशि 2.10 लाख रुपए भर लिए थे। तलाशी में 55 हजार रुपए और नकदी सहित कुछ अहम दस्तावेज जब्त किए हैं।