जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में कोतवाली थाना क्षेत्र में बड़ी उखरी के पास ब्लाइंड बुक पब्लिकेशन के नाम पर नटवर लाल ने 4 से 5 हजार लोगों से अपनी कंपनी में रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर प्रति व्यक्ति 25 सौ रुपये जमा कराए और जरूरतमंदों को दो करोड़ से अधिक की चपत लगाकर चंपत हो गया।
जानकारी लगने पर नटवर लाल के झाँसे में आकर ठगी का शिकार हुए लोगों ने कार्यालय घेर लिया और देर रात तक हंगामा होता रहा। जानकारों के अनुसार जालसाज ने उखरी के पास एक किराए के भवन में कार्यालय खोलकर जबलपुर बुक पब्लिकेशन के नाम पर पंपलेट बाँटे थे, उसमें घर बैठे लाभ कमाने का लालच दिया गया था। इसके लिए प्रति व्यक्ति से पेपर, पेंसिल फोल्डर आदि के नाम पर ढाई हजार रुपये शुल्क जमा कराया गया था। जैसे-जैसे लोगों को जानकारी लगी इस कार्यालय में जरूरतमंद बेरोजगारों की लाइन लगनी शुरू हो गयी थी।
यहाँ शहर के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगारोंं ने भी पैसे जमा कराए थे। जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो हजारों की भीड़ जमा हो गयी। हंगामा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची और कार्यालय को सील कर ठगी करने वाले कार्यालय के तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार कंपनी प्रमुख कुमार शानू व मैनेजर शिरीष दुबे के नाम सामने आए हैं। जिनकी तलाश जारी है।
पाटन से आये अमित पटैल का कहना था कि उसके सामने कुछ लोगों को कंपनी द्वारा दिखावे के लिए 4 से 5 हजार का भुगतान किया गया था, जिससे लोगों को भरोसा हो जाता था और वे लोग पैसा जमा कर रजिस्ट्रेशन करवाते थे इसके लिए सुबह से कार्यालय के बाहर बेरोजगारों की भीड़ जमा हो जाती थी।
ठगी का शिकार हुए कुंडम निवासी सुनील विश्वकर्मा का कहना था कि उसे बताया गया था कि रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उसे कंपनी द्वारा पेज दिए जाएँगे और ब्लांइड बुक के लिए सौ पेज तैयार करने में 15 दिन लगेेंगे इसकी एवज में 4 से 5 हजार की कमाई होगी। शाम के वक्त जब कंपनी के रफू चक्कर होने की खबर फैली तभी कुछ लोग मौके पर पहुँच गए, लेकिन शटर बंद मिली। पता चला कि कुछ कर्मचारी भीतर हैं उसके बाद भीड़ बढ़ती गई।