जबलपुर। रामपुर क्षेत्र स्थित ठाकुरताल पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में हिंसक तेंदुआ का बसेरा है। इस वन्यजीव की दहशत से नागरिकों ने इस पहाड़ी पर आना-जाना लगभग बंद कर दिया है। जबकि रामपुर, नयागांव सोसायटी, बरगी हिल्स, एमपीईबी सड़क पर करीब 3 माह के दौरान इस वन्यजीव को नहीं देखा गया है।
नयागांव सोसायटी के महेश केमतानी, चैतन्य दुबे, विजय राठौर शाही बताते हैं कि ठाकुरताल पहाड़ी पर पिछले साल तेंदुआ को चट्टान पर देर तक बैठा देखा गया था। इस हिंसक वन्यप्राणी की नयागांव सोसायटी, ब्रजमोहन नगर, बरगी हिल्स में आवाजाही भी होती थी, लेकिन अब इसका आवासीय क्षेत्र में आना बंद है। इसके बाद भी इस वन्यप्राणी की हरकतों पर नजर रखने सोसायटी के गेट नंबर-2 व 3 पर सुरक्षाकर्मियों का पहरा लगाया जा रहा है। वन विभाग के कर्मचारी इस क्षेत्र में गश्त करने आते हैं, लेकिन वह तेंदुआ की मौजूदगी को लेकर जानकारी देने से बचते हैं। जबकि ठाकुरताल पहाड़ी पर तेंदुआ अभी तक मौजूद है। इसलिए नागरिकों ने इस पहाड़ी पर बने पाटबाबा मंदिर तक जाना बंद कर दिया है।
नए लोगों को करते हैं सतर्क:
नागरिक बताते हैं कि प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण ठाकुरताल पहाड़ी पर घूमने के उद्देश्य से लोगों का यहां आना-जाना भी कम हो गया है। फिर भी कुछ लोग यहां आते हैं। इन नए लोगों को वन विभाग के गेट पर पहरा देते वनकर्मी, आस-पास रहने वाले नागरिक पहाड़ी पर तेंदुआ होना बताकर सतर्क कर देते हैं।
दहाड़ने की आवाज सुनी:
नागरिक बताते हैं कि ठाकुरताल पहाड़ी में तेंदुआ रात को सक्रिय होकर शिकार भी करता है। रात के सन्नाटे में कई बार इस वन्यजीव के दहाड़ने की आवाज भी सुन चुके हैं।
ठाकुरताल पहाड़ी का तेंदुआ तीन माह से नयागांव सोसायटी या आस-पास नहीं देखा गया। इस वन्यप्राणी से सुरक्षित रहने लोग पहाड़ी पर जाना बंद कर चुके हैं।
- रजत भार्गव, अध्यक्ष, नयागांव सोसायटी रामपुर