जबलपुर। इन दिनों जबलपुर पुलिस की प्रतिष्ठा पर एक के बाद एक सवाल उठ रहे हैं। दिल्ली के नजदीक उत्तर प्रदेश के नोएडा में जबलपुर के दो सब इंस्पेक्टर चिटफंड स्कीम संचालकों से रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। इधर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने इंस्पेक्टर अरविंद चौबे सहित उनकी पूरी टीम के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।
इंस्पेक्टर अरविंद चौबे पर क्या आरोप लगा है
इंस्पेक्टर अरविंद चौबे, सब इंस्पेक्टर मोहम्मद समीर, पीएसआई राम सुहागन, पुलिस आरक्षक सत्येंद्र यादव सहित बेलबाग थाना की पुलिस पार्टी पर आरोप लगाए कि उन्होंने शुभम सोनकर नामक युवक को 27 जुलाई को उसके घर से गिरफ्तार किया लेकिन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 24 घंटे के अंदर न्यायालय के सामने पेश नहीं किया। याचिकाकर्ता शुभम सोनकर की बहन का आरोप है कि शुभम का मादक पदार्थों के अवैध व्यापार से कोई संबंध नहीं है लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ गांजा तस्करी का मामला दर्ज कर लिया।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए
जबलपुर स्थित मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से आरोप लगाया गया था कि पुलिस ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 में वर्णित व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार का हनन किया है। इस पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रकरण में सत्य के उद्घाटन के लिए सीबीआई जांच के आदेश दिए