भोपाल। प्रमुख सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री फैज अहमद किदवई ने कहा कि पंजीकृत किसानों की बाजरे की तुलाई जब-तक पूरी नहीं हो जाती तब-तक खरीदी जारी रहेगी। प्रत्येक किसान को पहले आओ, पहले पाओं के आधार पर खरीदी केन्द्रों पर बाजरे की खरीदी की जायेगी। खरीदी कार्य में सोसायटी संचालकों की गड़बड़ी पाये जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। श्री किदवई मुरैना जिले में बाजरा खरीदी की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मुरैना में बाजरे की खरीदी के लिए कोई लास्ट डेट नहीं
प्रमुख सचिव श्री किदवई ने जिले के 6 बाजरा उपार्जन केन्द्र सीडब्ल्यूसीटू, मार्केटिंग गल्ला मंडी, जिगनी, बड़ागाँव, खडियाहार और पोरसा स्थित कसमडा का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने तौल कांटो के निरीक्षण के साथ बाजरे की नमी को रोकने के लिये सुझाव भी दिये। प्रमुख सचिव ने ग्राम जिगनी में कुल पंजीयन की जानकारी ली एवं किसानों को आश्वस्त किया कि जिनका पंजीयन हो चुका है उनके बाजरे की तौल अवश्य की जायेगी। इसमें अंतिम तिथि आड़े नहीं आयेगी। श्री किदवई ने पोरसा स्थित कमसडा का निरीक्षण किया जहां आठ तौल कांटे लगायें गये हैं। यहां खरीदी का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
भरी हुई ट्रॉली धर्म कांटे से तौल कराएं
प्रमुख सचिव श्री किदवई ने कहा कि खरीदी कार्य में केन्द्रों पर बेकलॉग न बढ़े, इसके लिये तौल कांटो की संख्या में वृद्धि की जाये। उन्होंने कहा कि किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भरी हुई ट्रॉली की धर्म कांटे से तुलाई कर खाली ट्रॉली तौल कर बाद में बाजरे का वजन निकालकर किसान को बाजरा के मात्रा की पर्ची दें। खरीदी के तीन दिन के भीतर किसानों के खातों में भुगतान की राशि पहुँचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता है कि किसान का बाजरा 12 से 24 घण्टे के अंदर तुल जाना चाहिए। इस कार्य को प्राथमिकता से सुनिश्चित करें।
बारदानों की कमी नहीं आने दी जायेगी
श्री किदवई ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है, बाजरा खरीदी में बारदाना ईश्यू नहीं होना चाहिए। उन्होंने बाजरे की तुलाई के बाद उसके भण्डारण, ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की। टोकन वितरण व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के निर्देश भी दिये। कलेक्टर ने बताया कि जिलें में 5 हजार 182 वेल्स बारदाने उपलब्ध है। अनुमानित खरीदी अनुसार 5 हजार वेल्स बारदानों की आवश्यकता होगी। उपार्जन केन्द्रों को प्रदाय बारदानों की संख्या 4 हजार 734 वेल्स है। नागरिक आपूर्ति निगम के पास 388 वेल्स बारदाना शेष है। उन्होंने कहा कि अभी तक एक लाख 3 हजार 352 मैट्रिक टन बाजरे की खरीदी की जा चुकी है, जबकि अनुमानित खरीदी का लक्ष्य 1 लाख 25 हजार मैट्रिक टन निर्धारित किया गया है।