भोपाल। लंबे समय बाद यूथ कांग्रेस (Youth Congress) के मध्य प्रदेश (MP) अध्यक्ष का चुनाव होने जा रहा है।चुनाव से पहले कांग्रेस के अंदर सियासी माहौल गर्म हो उठा है। सात साल तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने वाले कुणाल चौधरी की जगह अब नया अध्यक्ष चुना जाना है। इसके लिए चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस के 2 विधायकों, नेता पुत्रों सहित कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। 15 दिसंबर को ऑनलाइन चुनाव होगा।
उपचुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस अपनी यूथ ब्रिगेड में जान फूंकने की तैयारी में है। यही कारण है कि लंबे समय से अटका यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने की उसने पूरी तैयारी कर ली है। 12 उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए गए हैं। 15 दिसंबर को होने वाले चुनाव की प्रक्रिया कोरोना के कारण ऑनलाइन होगी। यूथ कांग्रेस के सदस्य मोबाइल नंबर पर ओटीपी के जरिए मतदान की प्रक्रिया में शामिल होंगे। दिसंबर के आखिरी तक नतीजों का ऐलान हो जाएगा। नये अध्यक्ष के नेतृत्व में यूथ कांग्रेस को मजबूती देने की तैयारी है। ताकि 2023 के चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी यूथ ब्रिगेड तैयार कर सके. लेकिन सवाल यह भी है कि कांग्रेस विधायक और नेता पुत्रों के सहारे संगठन को कितना मजबूत कर पाती है।
उम्मीदवारों के नाम
प्रेमचंद गुड्डू के बेटे अजीत बोरासी,अंकित डोली, हर्षित गुरु, जावेद खान, मोना कौरव, पिंकी मुद्गल, संजय यादव, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, विधायक विपिन वानखेड़े,वंदना बेन, विक्रांत भूरिया व विवेक त्रिपाठी शामिल हैं।
बीजेपी ने यूथ कांग्रेस के चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी के मुताबिक कांग्रेस में चला आ रहे वंशवाद का असर यूथ कांग्रेस चुनाव पर भी दिखाई दे रहा है। विधायक और पार्टी के नेता पुत्रों को खुश करने के लिए यूथ कांग्रेस का चुनाव हो रहा है।