भोपाल। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हड़ताल की धमकी देकर झुका लेने वाले प्राइवेट स्कूल संचालकों ने इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल मध्य प्रदेश के चेयरमैन एवं प्रदेश के सबसे धाकड़ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राधेश्याम जुलानिया को धमकी दी है।
स्कूल संचालकों का कहना है कि Madhya Pradesh Board of Secondary Education की गलती के कारण 300000 स्टूडेंट्स परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए हैं। यदि एमपी बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने परीक्षा फॉर्म भरने की लास्ट डेट नहीं बढ़ाई तो स्कूल संचालक आंदोलन करेंगे।
मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के चेयरमैन का पद संभालने के बाद से राधेश्याम जुलानिया लगातार उसे अपग्रेड और अपडेट करते चले आ रहे हैं। स्टूडेंट्स की सुविधा एवं सहूलियत के लिए जुलानिया ने कई परिवर्तन किए हैं।
इसी क्रम में उन्होंने एमपी बोर्ड के पोर्टल में बदलाव करके उसे पहले से ज्यादा तेज और आसान बनाया है। जबकि प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना है कि इसी पोर्टल के सर्वर के बार-बार डाउन हो जाने के कारण 300000 विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए।
माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल, मध्य प्रदेश द्वारा 10वीं हाई स्कूल एवं बारहवीं हायर सेकेंडरी स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की लास्ट डेट कई बार बढ़ाते हुए 15 दिसंबर फाइनल की थी। मध्य प्रदेश में औसत 2000000 स्टूडेंट्स एमपी बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होते हैं। इनमें से 1700000 विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भर चुके हैं, लेकिन 300000 विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म नहीं भरे गए हैं।
बोर्ड ने ₹2000 लेट फीस के साथ फॉर्म भरने की सुविधा दी है परंतु स्कूल संचालकों का कहना है कि वह लेट फीस नहीं देंगे। सामान्य शुल्क के साथ परीक्षा फॉर्म भरने की लास्ट डेट बढ़ानी पड़ेगी। यदि बोर्ड ने उनकी बात नहीं मानी तो वह हड़ताल पर चले जाएंगे। अब देखना यह है कि एमपी बोर्ड के चेयरमैन राधेश्याम जुलानिया इस मामले में क्या डिसीजन लेते हैं।