भोपाल। खबर दिल्ली से आ रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ा फेरबदल जल्दी ही होने वाला है। माना जा रहा है कि कमलनाथ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी को उनकी जरूरत है और कमलनाथ वापस केंद्र की राजनीति करेंगे।
अशोक गहलोत नहीं कमलनाथ संभालेंगे कांग्रेस की कमान
कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भले ही गांधी परिवार से आएगा लेकिन सब जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी का संचालन उस व्यक्ति द्वारा किया जाएगा जो गांधी परिवार के सबसे नजदीक हो और अहमद पटेल की जगह ले सके। मोतीलाल वोरा के स्वर्गवास के बाद कोषाध्यक्ष का पद भी खाली है। कांग्रेस के संचालन के लिए कोषाध्यक्ष के पद पर विश्वासपात्र का होना जरूरी है। गांधी परिवार के पास उपरोक्त जिम्मेदारियों के लिए सिर्फ दो नाम है। अशोक गहलोत एवं कमलनाथ। क्योंकि अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं इसलिए फिलहाल उन्हें डिस्टर्ब नहीं किया जाएगा। कमलनाथ ही है, जिनके पास फिलहाल कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं है।
केंद्र के साथ प्रदेश संभालना चाहते हैं कमलनाथ
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि डिसीजन में देर इसलिए हो रही है क्योंकि कमलनाथ मध्य प्रदेश से अपनी कमान छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। वह चाहते हैं कि केंद्र के साथ मध्य प्रदेश को भी कंट्रोल करें। 2018 में मुख्यमंत्री बनने से लेकर 2020 के उपचुनाव हारने तक कमलनाथ ने मध्य प्रदेश पर काफी काम कर लिया है। फिलहाल उनका बेटा नकुल नाथ इतना योग्य नहीं है कि उसे प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सके। इसलिए कमलनाथ चाहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष के अलावा प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी किसी डमी को नियुक्त किया जाए ताकि रिमोट उनके हाथ में रहे।