भोपाल। पिछले दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मध्यप्रदेश में लोगों ने गाय को रोटी खिलाना बंद कर दिया है इसलिए सरकार एक नया टेक्स्ट लगाएगी और उससे प्राप्त धनराशि से गौशालाओं का संचालन किया जाएगा। पशुपालन विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस पर 'काउ सेस' लगाया जाएगा।
मध्य प्रदेश राज्य के पशुपालन विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग ने पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा है कि यहां पहले से ही गाय उपकर वसूला जा रहा है। पशुपालन विभाग ने पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर 15 पैसे Cow Cess लगाने का प्रस्ताव दिया है। रसोई गैस सिलेंडर पर भी 10 रुपये प्रति सिलेंडर का गाय उपकर लगाने की तैयारी में है।
विभाग ने इसके लिए भी प्रस्ताव दिया है। शिवराज सिंह सरकार को उम्मीद है कि उन्हें अच्छा राजस्व इकट्ठा होगा। पेट्रोल और डीजल पर गौमाता उपकर से एक साल में 120 करोड़ रुपये, जबकि रसोई गैस सिलेंडर से 83 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इस प्रकार 1 साल में जनता से करीब 200 करोड रुपए वसूल किए जाएंगे।
जो लोग नियमित रूप से गाय को रोटी खिलाते हैं उनका टैक्स माफ होगा क्या
यहां बड़ा सवाल यह है कि मध्यप्रदेश में एक बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है जो नियमित रूप से गाय की सेवा करते हैं। कुछ लोग दुकान या ऑफिस से लौटते समय घास खरीद कर ले जाते हैं और रास्ते में मिलने वाली लावारिस गायों को घास खिलाते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित हिंदू परिवारों में नियमित रूप से गाय की रोटी निकाली जाती है। सवाल यह है कि जो लोग नियमित रूप से गाय को रोटी खिलाते हैं क्या उनका टैक्स माफ कर दिया जाएगा।