इंदौर। मध्यप्रदेश के रतलाम जिला मुख्यालय के स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के मेहंदीकुई बालाजी मंदिर चौराहे के समीप रहने वाले कर्मचारी नेता कन्हैयालाल सिसौदिया उर्फ कान्हा पिता मोतीलाल सिसौदिया (नायक) उम्र 34 साल की लाश उन्हीं के घर में फांसी पर झूलती हुई मिली। लाश के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस इन्वेस्टिगेशन में आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है। कमरा अंदर से बंद था लेकिन टीवी चल रही थी।
ऑफिस में ड्यूटी बदल दी गई थी, पत्नी 2 महीने से मायके में थी
कन्हैयालाल नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। पहले वह निगम के पीडब्ल्यू विभाग में पदस्थ था। वर्तमान में वह यातायात पुलिस की चालानी कार्रवाई में नौ पार्किंग में खड़े रहने वाले वाहनों को उठाने वाली निगम की क्रेन पर उसकी ड्यूटी लगा दी गई थी। उसके साले का करीब दो माह पहले एक्सीडेंट में निधन हो गया था। तब से उसकी पत्नी भोपाल स्थित मायके में दो बेटियों के साथ रह रही थी। कन्हैयालाल यहां अकेला रह रहा था। मंगलवार रात आठ बजे बाद वह ड्यूटी खत्म होने पर घर लौटा।
सबसे पहले पड़ोसी ने लाश देखी
बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक वह सोकर नहीं उठा। उसे किसी ने फोन भी लगाया, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया। पास में रहने वाले मुकेश उसके घर पहुंचे तो अंदर से दरवाजा बंद था व टीवी चल रहा था। आवाज देने पर जवाब नहीं मिला तो उन्होंने खिड़की में से झांककर अंदर देखा तो कन्हैयालाल फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। स्टेशन रोड थाने के एसआइ राधेश्याम नागर, एफएसएल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल आदि मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे और जांच की। जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया।