भोपाल। बोर्ड परीक्षाओं में जिन कक्षाओं के रिजल्ट 40% से कम रहे हैं, उनके शिक्षकों की दक्षता परीक्षा आयोजित करने के विरोध में मध्यप्रदेश के शिक्षक सड़कों पर उतर आए। 2013 के चुनाव से पहले शिक्षकों की एकता को तोड़ने में सफल रही सरकार दक्षता परीक्षा के मामले में शिक्षकों की एकता को देखकर घबरा गई। इसी के चलते दक्षता परीक्षा की तारीख बदल दी गई है।
सिर्फ शिक्षकों की ही क्यों, हर कर्मचारी की दक्षता की परीक्षा करवाओ
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी किए गए धमकी भरे आदेश में दक्षता परीक्षा का आयोजन 27 एवं 28 दिसंबर को किया जाना सुनिश्चित किया गया था परंतु अब DPI ने परीक्षा की तारीख बदल कर 3-4 जनवरी 2021 कर दी है।
शिक्षक अभी भी इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि परीक्षा का आयोजन गलत है। यदि दक्षता का आकलन करना है तो फिर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव तक सबका होना चाहिए। सिर्फ शिक्षक की दक्षता की परीक्षा कर्मचारियों के बीच भेदभाव पूर्ण गतिविधि है और समानता के अधिकार का उल्लंघन भी।