इंदौर। व्यावसायिक पाठ्यक्रम होने की वजह से बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआइ) ने लॉ विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने से मना कर रखा है। इन विद्यार्थियों का आंकलन सामान्य परीक्षा के आधार पर करने पर जोर दिया है। मगर कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ने से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षाएं अधर में लटक गई है। एलएलबी-एलएलएम समेत अन्य कोर्स की परीक्षाएं करवाने के लिए अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया खुद रास्ता खोजने में लगा है। परीक्षा के संचालन को लेकर गाइडलाइन बनाई जा रही है।
जानकारों के मुताबिक अगले दस-पंद्रह दिन के भीतर नियम सारे विश्वविद्यालयों को मिल जाएंगे। मार्च में बीएएलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, एलएलबी, एलएलएम की सेमेस्टर परीक्षाएं होना थी। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ने शेड्यूल जारी कर दिया। मगर संक्रमण बढ़ने से शैक्षणिक गतिविधियों और परीक्षाओं के संचालन पर रोक लगी। ढाई महीने लॉकडाउन लगा। इस बीच पहले उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी फाइनल ईयर और पीजी फाइनल सेमेस्टर परीक्षा की ओपन बुक पद्धति तथा फर्स्ट-सेकंड ईयर के विद्यार्थियों का आंकलन जनरल प्रमोशन से करने का निर्देश दिया। डीएवीवी ने इसके आधार पर परीक्षाएं करवाई, जिसमें लॉ कोर्स भी शामिल था।
ओपन बुक पद्धति से एलएलबी, एलएलएम समेत अन्य कोर्स के फाइनल सेमेस्टर के रिजल्ट घोषित हुए। इस बीच बीसीआइ के पत्र ने विश्वविद्यालय की मुसीबतें बढ़ा दी, जिसमें बीसीआइ ने कहा कि लॉ एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम में इसमें जनरल प्रमोशन के आधार पर विद्यार्थियों का आंकलन कर रिजल्ट देना सही नहीं होगा। रिजल्ट देर से जारी हुआ था। इसके पहले डीएवीवी ने बीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीबी एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर के विद्यार्थियों के रिजल्ट बनाकर घोषित कर दिए। साथ ही बाकी सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम भी बन चुके थे। मगर पत्र मिलने के बाद विवि ने दूसरे सारे सेमेस्टर के रिजल्ट रोक दिए।
फिर आया नया पत्र
सितंबर आखिरी सप्ताह में बीसीआइ का एक ओर पत्र विवि को मिला, जिसमें विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देकर अगली कक्षाओं में प्रमोट करने का कहा। मगर संक्रमण खत्म होने के बाद इनकी सामान्य तरीके से परीक्षा करवाने पर जोर दिया। इसके चलते एलएलबी, एलएलएम, बीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीबीए एलएलबी की तीसरे, पांचवें,सातवें और नौवें सेमेस्टर की परीक्षा अटक गई है। अभी संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। इसे विवि को परीक्षा कैसे लेना है। ये समझ नहीं आ रहा है। वहीं विद्यार्थी भी खासे परेशान हो चुके हैं। परीक्षा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी है।