जबलपुर। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 15 साल में हमने मध्य प्रदेश की तस्वीर बदल दी है। प्रदेश से डकैत और आतंकवादी पूरी तरह से खत्म कर दिए गए हैं। अब नक्सलवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। श्री मिश्रा ने कहा कि कोई भी अपराधी मध्यप्रदेश की धरती पर शरण नहीं दे पाएगा। हम उसे भून कर रख देंगे।
नक्सल गतिविधियों पर विराम हमारा अभियान है: गृह मंत्री मध्य प्रदेश
गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने जबलपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में 15 साल पहले (दिग्विजय सिंह का कार्यकाल) एक दौर था, जब पूरे प्रदेश में अशांति थी। ग्वालियर चंबल में रामबाबू दयाराम गड़रिया गिरोह, मुरैना में जगजीवन परिहार गिरोह सक्रिय था। रीवा, सतना, चंबल, दतिया में भी डाकुओं के कारण अशांति थी। मालवा सिमी का गढ़ था, बालाघाट में नक्सल गतिविधियां हावी थीं। जहां दिग्विजय सिंह सरकार में परिवहन मंत्री रहे लिखीराम कांवरे की नक्सलियों ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी। अब एक यह दौर है जब प्रदेश में एक भी चिन्हित डाकू नहीं। सिमी का नेटवर्क ध्वस्त किया जा चुका है। नक्सल गतिविधियों पर विराम हमारा अभियान है। मध्य प्रदेश को शांति का टापू बनाने की कोशिश की जा रही है।
पहली बार चुनाव आयोग को IPS अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए लिखना पड़ा
प्रदेश में सबसे भ्रष्ट रही कमलनाथ सरकार: गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार रही। वल्लभ भवन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। पहली बार ऐसा हुआ जब संवैधानिक संस्था निर्वाचन आयोग को कमलनाथ सरकार में रहे तीन आइपीएस अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए लिखना पड़ा। दिग्विजय सिंह माइनिंग माफिया हैं ऐसा उनकी सरकार में मंत्री रहे उमंग सिंघार ने कहा था। उन्होंने दिग्विजय को सबसे बड़ा शराब माफिया भी कहा था। गृह मंत्री ने कहा कि चिटफंड कंपनियों के खिलाफ आजादी के बाद से लेकर सबसे बड़ी कार्रवाई पिछले छह माह में की गई।