जबलपुर। मध्यसप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम में लगे संविदा स्टाफ को सेवा से अलग किया जा रहा है, जबकि संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शासन द्वारा कोरोना के केसों को कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं जिसमें इन अधिकारी/कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर संक्रमण को रोकने में महत्वीपूर्ण भूमिका अदा की है और लगातार जान जोखिम कें डालकर सेवायें दे रहे हैं, परंतु मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा 31 दिसम्बर 2020 तक ही इनकी सेवायें जारी रखने के आदेश दिये गये हैं।
संविदा स्टाफ लगातार संक्रमण के बीच अपनी जान की परवाह न किये बगैर काम कर रहे हैं और इनको कई माहों से मानदेय भी अप्राप्त है। सर्दियों के मौसम में कोरोना का संक्रमण बढने की ज्यादा संभावना होगी। जिससे इन संविदा स्टाफ को कार्य करते रहने दिया जाना चाहिए जिससे प्रदेश में कोरोना संकमण के मरीजों को उचित इलाज मिल सके एवं प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम किया जा सके।
संघ के अर्वेंद्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, राबर्ट मार्टिन ,आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, वीरेन्द्रतिवारी, घनश्याम पटेल, प्रशांतश्रीवास्तव, अजय दुबे, मनोज सिंह, ब्रजेश मिश्रा, मुकेश मिश्रा, परशुराम तिवारी, वीरेन्द्र चंदेल, एस पी बाथरे, तुषरेंद्र सिंह सेंगर , नीरज कौरव, जवाहर लोधी, सी एन शुक्लाप चूरामान गूजर, पंकज जायसवाल, योगेश कपूर, प्रीतोष तारे, सतीश देशमुख, रितुराज गुप्ता , अनिल दुबे, संदीप चौबे, निशांक तिवारी रामकृष्णत तिवारी, अमित गौतम, सुधीर गौतम, अभिषेक वर्मा , मो तारिक, धीरेन्द्रं सोनी, संतोष तिवारी आदि ने माननीय मुख्युमंत्री जी से मांग की है कि कोविड-19 कोरोना में लगे संविदा स्टाफ को सेवा से पृथक नहीं किया जाये।