भोपाल। अपने विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थापित करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरे 11 दिन 40 मिनट इंतजार करने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिले लेकिन उनकी मुराद पूरी होती नजर नहीं आ रही। दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की कोई तारीख तय नहीं की गई है। जब होगा तब पता चल जाएगा।
दिल्ली यात्रा और राज्यपाल की विजिट से मंत्रिमंडल विस्तार की डेट निकाली जा रही थी
भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीधे दिल्ली पहुंच गए। सरकारी एजेंडा कुछ भी रहा हूं परंतु सभी जानते हैं कि मामला ज्योतिरादित्य सिंधिया के मांग पत्र का था। इसके साथ ही राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की भोपाल यात्रा की तारीख तय हो गई। अनुमान लगाया जा रहा था कि यह सब कुछ मंत्रिमंडल विस्तार के लिए हो रहा है लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान के बाद विस्तार की संभावनाएं समाप्त हो गई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पांच मंत्री पद अटके हुए है
मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को तो पूर्ण बहुमत मिल गया परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाते में दर्ज पांच मंत्री पद कब हो गए। उपचुनाव के दौरान ही तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत का 6 महीने का कार्यकाल समाप्त हो गया था इसलिए उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और फिर श्रीमती इमरती देवी, श्री गिरराज दंडोतिया और श्री एदल सिंह कंसाना चुनाव हार गए। कुल मिलाकर इस चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास से पांच मंत्री पद कम हो गए।