ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के प्रभावशाली नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा का प्रतीक श्रीमती इमरती देवी को पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ओम हरि शर्मा ने सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया है। इस नोटिस के साथ ही ग्वालियर की राजनीति में एक नया बवाल और कुछ बड़े सवाल गूंज रहे हैं।
PWD के नोटिस में लिखा है: आप मंत्री नहीं हैं बंगला खाली करो
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार में चुनाव लड़े बिना ही महिला बाल विकास विभाग की मंत्री बना दी गई श्रीमती इमरती देवी ग्वालियर शहर में झांसी रोड पर स्थित बांग्ला नंबर 44-ए अपने लिए आवंटित करवा लिया था। यह ग्वालियर के वीआईपी बंगलों में से एक है।कार्यपालन यंत्री ओमहरि शर्मा द्वारा दो दिसंबर जारी नोटिस में लिखा है- मंत्री जी, वर्तमान में आपके पास कोई पद नहीं है, इसलिए आप बंगला खाली कर पीडब्ल्यूडी को सौंपें।
मैंने इस्तीफा दे दिया है लेकिन आज भी मंत्री हूं: श्रीमती इमरती देवी
डबरा विधानसभा सीट से शर्मनाक पराजय के बाद मंत्री पद से चिपकी श्रीमती इमरती देवी नोटिस मिलने के बाद तिलमिला गई। उनका कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा सौंप दिया है परंतु उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। बताने की जरूरत नहीं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव में हारी हुई श्रीमती इमरती देवी को निगम-मंडल में चेयरमैन का पद दिलवा कर मंत्री का दर्जा बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं।