भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ की वैलिडिटी खत्म होने वाली है। कांग्रेस पार्टी खतरे में है। इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे की जरूरत है। सोनिया गांधी चाहती है कि कमलनाथ कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष का पद संभाले। पार्टी के लिए यह बहुत जरूरी है। कमलनाथ से ज्यादा विश्वासपात्र, योग्य एवं अनुभवी इस पद के लिए कोई उपलब्ध नहीं है।
सोनिया को पत्र लिखने वाले 23 नेता भी शामिल
यह पहला मौका है जब अहमद पटेल की गैरमौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की इतनी बड़ी बैठक हो रही है। अहमद पटेल की पिछले महीने कोरोना के कारण मृत्यु हो गई थी। इस बैठक में कुछ दिनों पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेता भी शामिल हुए। इन नेताओं में गुलाम नबी आजाद, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, जितिन प्रसाद, राज बब्बर इत्यादि प्रमुख नाम शामिल है। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीडब्ल्यूसी मेंबर चुनाव को लेकर मंत्रणा की गई। कमलनाथ खुद अपने मित्र एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पी चिदंबरम के साथ बैठक में मौजूद रहे।
पार्टी का फुल टाइम प्रेसिडेंट चुनने के लिए बैठक
इनके अलावा भूपेंद्र हुड्डा, मनीष तिवारी, विवेक तनखा, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, पृथ्वीराज चौहान, अमरिंदर सिंह लवली, संदीप दीक्षित, वीरप्पा मोइली, रेणुका चौधरी, मिलिंद देवड़ा भी बैठक में शामिल थे। एक दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि पार्टी जल्द ही नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया शुरू करेगी। उन्होंने कहा, ''पार्टी जल्द ही नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू करेगी। कांग्रेस के इलेक्टोरल कॉलेज, सदस्य, कार्यकर्त्ता और सदस्य अध्यक्ष पद पर सबसे योग्य इंसान का चुनाव करेंगे। मुझे मिलाकर 99.9% लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें।''