भोपाल। किसान दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में किसानों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को असफल करने के लिए भोपाल की सीमाएं सील कर दी गई थी। समूह में आने वाले लोगों को रोका जा रहा था। किसानों ने बताया कि उनके तीन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में किसान भेष बदलकर कच्चे रास्तों से भोपाल के अंदर आए और प्रदर्शन किया।
कच्चे रास्ते से आए किसानों को नीलम पार्क में घुसने नहीं दिया, जेल भेजा
बताया जा रहा है कि तीन किसान नेताओं को रात में ही हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद सुबह भोपाल आ रहे किसानों को शहर की सीमाओं पर रोक दिया गया। साथ ही, जो किसान नेता नीलम पार्क में शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने आ रहे थे, उन्हें पहले पार्क में नहीं घुसने दिया, इसके बाद जब वो सड़क पर आ गए और नारेबाजी करने लगे, तो उन्हें हिरासत में लेकर बसों से पुरानी जेल ले जाकर बंद कर दिया।
किसानों को शांतिपूर्ण सत्याग्रह से रोक रही है शिवराज सिंह सरकार: प्रदर्शनकारी
छुप-छुपाकर नीलम पार्क पहुंचे कुछ किसानों ने कहा कि तीन नेताओं को सरकार ने गिरफ्तार कर लिया। मध्य प्रदेश सरकार ने जिस हिटलरशाही के तहत शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने आ रहे किसानों को रोक दिया है। शिवराज सरकार वही है, जिनके रहते हुए मंदसौर में किसानों पर गोली चलाई गई थी। किसान नेताओं ने कहा कि किसान अपनी जायज मांगें भी नहीं रख सकते हैं।
शिवराज सिंह हमारा बोनस दबाए बैठे हैं: किसान नेता प्रहलाद बैरागी
किसान नेता प्रह्लाद बैरागी ने कहा कि MP सरकार ने किसानों को उनका हक नहीं दिया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हम CM शिवराज सिंह से पूछते हैं कि किसानों से खरीदे गए गेहूं का बोनस 2019-20 का दिया है। PM फसल बीमा के नाम पर किसानों को ठगा जा रहा है। ऑल इंडिया किसान को-ऑर्डिनेशन कमेटी के राहुल राज किसानों के समर्थन में यहां आए थे।
तीन किसानों को हिरासत में लिया
शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह के लिए भोपाल आ रहे सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार और किसान नेता बाबू सिंह राजपूत और इरफान जाफरी को भानपुर पुलिस ने हिरासत में लिया है। ये तीनों संयुक्त किसान मोर्चा की भोपाल इकाई के सदस्य हैं।